
इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम से बचने के लिए ईरान ने पहली बार कई हथियारों वाली मिसाइल का इस्तेमाल किया. माना जा रहा है इसमें 170 से ज्यादा अटैक ड्रोन्स थे. 120 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें और 30 से ज्यादा क्रूज मिसाइलें थीं.
इजरायली डिफेंस फोर्सेस के मुताबिक 200 से ज्यादा रॉकेट्स और ड्रोन्स भी दागे गए. लेकिन 99 फीसदी हवाई हमलों को इजरायल के रक्षा कवच ने आसमान में ही खत्म कर दिया. अमेरिका और यूरोप ने इजरायल की मदद के लिए जॉर्डन, लेबनॉन और सीरिया के आसमान में कुछ ड्रोन्स को मार गिराया है.
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इजरायल के एक एयबेस ईरानी मिसाइलों के हमले में बर्बाद हुआ है. हिजबुल्लाह ने भी गोलन हाइट्स पर इजरायली एयर डिफेंस सिस्टम को उड़ाने का प्रयास किया. रॉकेट्स दागे. लेकिन उनके रॉकेट्स खुद हिजबुल्लाह के इमारतों पर ही जाकर गिरे हैं. नेगेव रेगिस्तान में इजरायली सुरक्षा बेस पर सात मिसाइलें गिरी हैं. दक्षिणी इजरायल में रैमोन एयर बेस पर सात रॉकेट गिरे हैं.
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संयुक्त राष्ट्र ने कहा हमला बेवजह किया गया, अशांति फैलेगी
ईरान ने कहा संयुक्त राष्ट्र को कहा कि उनका ऑपरेशन सफल रहा है. उन्होंने यह हमला संयुक्त राष्ट्र के नियम चार्टर आर्टिकल 51 के तहत किया. जिसमें कहा गया है कि अपनी सुरक्षा के लिए ऐसे हमले किए जा सकते हैं. जबकि संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा काउंसिल ने ईरान के इस हमले को बेवजह का हमला बताया है.
ईरान ने दी दोबारा ज्यादा ताकतवर हमला करने की चेतावनी
ईरान ने वादा किया है कि अगर इजरायल ने इस हमले के बदले फिर कोई हमला किया तो ईरान इससे दोगुना ताकतवर अटैक करेगा. उधर अमेरिका ने इजरायल की मदद करने के लिए नौसेना के Arleigh Burke क्लास की गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर और यूएसएस कार्नी तैनात कर दिए हैं.
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अमेरिका ने लाल सागर में तैनात किया खतरनाक जंगी जहाज
अर्लीघ बुर्क क्लास गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर जब अपने पूरे साजो सामान के साथ तैयार होता है, तब इसका डिस्प्लेसमेंट 9900 टन होता है. 155 मीटर लंबे इस जंगी जहाज का बीम 20 मीटर ऊंचा है. यह समंदर में 56 km/hr की गति से चलता है. इसकी रेंज 8100 किलोमीटर है.
96 मिसाइलों से लोडेड, 8 तरह की ऑटोमैटिक गन्स की ताकत भी
इस डेस्ट्रॉयर पर आठ प्रकार की अलग-अलग तरह की ऑटोमैटिक गन्स लगी हैं, जो दुश्मन की मिसाइलों, हेलिकॉप्टरों, ड्रोन्स, बोट्स, पेट्रोल वेसल, जंगी जहाज को छलनी कर सकती हैं. इसके अलावा इस जंगी जहाज पर 96 मिसाइलें लोड होती हैं. वो भी अलग-अलग प्रकार की. जिसमें टोमाहॉक क्रूज मिसाइल भी शामिल है.
इसके अलावा इसमें 2 टॉरपीडो ट्यूब्स हैं, जिनमें से चार प्रकार के टॉरपीडो दागे जा सकते हैं. जहाज के चारों तरफ 130 टन का केवलार स्प्लिंटर प्रोटेक्शन कवर लगा है. इसके अलावा दो MH-60R Seahawks हेलिकॉप्टर्स तैनात होते हैं.