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रूस-यूक्रेन, इजरायल-ईरान... क्या ये देश शुरू कर चुके हैं तीसरा World War?

रूस-नाटो-यूक्रेन, इजरायल-ईरान, चीन-उत्तर कोरिया और अमेरिका... ये देश मिलकर कराएंगे Third World War. विश्व में वर्तमान समय में कई देशों के बीच तनाव बढ़ा हुआ है. इनकी वजह से पूरी दुनिया में शांति खत्म है. इनके बीच के तनाव ने तीसरे विश्व युद्ध की आशंका को बढ़ा दिया है. जानिए कौन सा देश क्या कह रहा है?

दुनिया के जिन देशों में जंग चल रही है, उन्हें देखकर लगता है कि बहुत जल्द परमाणु हमले भी देखने को मिल सकते हैं. क्योंकि रूस ने ऐसी धमकी दी है. दुनिया के जिन देशों में जंग चल रही है, उन्हें देखकर लगता है कि बहुत जल्द परमाणु हमले भी देखने को मिल सकते हैं. क्योंकि रूस ने ऐसी धमकी दी है.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 15 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 6:04 PM IST

रूस ने साफ-साफ कह दिया है कि अगर नाटो यूक्रेन के समर्थन में उसके शहरों पर हमला करता है तो परमाणु युद्ध टाला नहीं जा सकता. रूस ने कहा कि यूक्रेन के सहारे अगर नाटो रूस के शहरों पर हमला करने की हिमाकत करता है, तो ये बेवकूफी होगी. यह असंभव है. क्योंकि यूक्रेन के पास लंबी दूरी का हमला करने की तकनीक और विज्ञान नहीं है. लेकिन नाटो कर सकता है. 

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रूस ने इस बीच दोनेत्सक इलाके में काफी बार सफलता हासिल की है. रक्षा एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर यूक्रेन इसी तरह से हमला करता रहा तो अगले साल मार्च-अप्रैल तक ये बेहद कमजोर हो जाएगा. इसलिए कुर्स्क इलाके में नाटो के सपोर्ट से हमला किया गया. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने स्पष्ट कहा है कि अगर नाटो ने सीधा हमला किया तो जंग रूस और नाटो की होगी. 

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अगर नाटो-यूक्रेन हमला करते हैं तो रूस क्या करेगा? तो रूस के पास क्या-क्या विकल्प हैं. 

- रूस मार्शल लॉ लगाकर अपने टारगेट्स को यूक्रेन तक पहुंचा दे. इसके बाद यूक्रेन के कई शहर गाजा की तरह दिखने लगेंगे. इसके लिए रूस टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन यानी परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है.
- यमन के हूती और अन्य विद्रोही-आतंकी संगठनों को एडवांस हथियार देकर जंग में शामिल करे. इन लड़ाकों के जरिए रूस यूक्रेन और नाटो की सेना पर हमला करे. इससे यूक्रेन और नाटो के बीच Chaos पैदा होगा. 
- तीसरा रास्ता है रूस के ऊपर घूम रहे दुश्मन के सैटेलाइट्स को मार गिराया जाए. जिसमें अमेरिकी रईस एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के स्टारलिंक सैटेलाइट्स भी हैं. 
- चौथा रास्ता है कि रूस नाटो के बाल्टिक और रोमानिया में मौजूद हथियार डिपो और लॉजिस्टिक्स पर हमला करके उसे बर्बाद कर दे. एक तरीका हो सकता है साइबरअटैक का. जिससे नाटो और यूक्रेन परेशान हो सकते हैं.

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परमाणु परीक्षण कर सकता है रूस 

ये भी सुनने में आ रहा है कि रूस इस समय एक परमाणु परीक्षण करने की तैयारी में है. ये परीक्षण उसकी अपनी जमीन पर होगा. लेकिन कहां और कब इसका खुलासा नहीं हुआ है. यह परीक्षण किसी भी समय हो सकता है. यह पश्चिमी देशों को अपनी ताकत दिखाने का एक तरीका है, ताकि जंग को रोका जा सके. 

अमेरिका में मौजूद रूस के एंबेसडर ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि ये दूसरा विश्व युद्ध नहीं है कि अमेरिकी पनडुब्बियां पानी के अंदर से आकर अचानक हमला कर देंगी. न उसमें छिप पाएंगी. हम हर जगह से नजर रखे हुए हैं. अगर अमेरिका या नाटो ने हमला किया तो हम परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं. 

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रूस समंदर के अंदर खोज रहा है इंटरनेट केबल 

नाटो ने कहा है कि रूस इस समय समंदर के अंदर मौजूद इंटरनेट केबल्स को खोज रहा है. नाटो को लगता है कि रूस इन केबल्स पर हमला करना चाहता है. अगर रूस इन केबल्स को काटता है तो इसका असर पश्चिमी देशों समेत कई देशों की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा.    

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इजरायल और ईरान के बीच बढ़ता तनाव

इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष ने मध्य पूर्व में तनाव बढ़ा दिया है. ईरान शांत बैठा है लेकिन वह अपने समर्थन वाले आतंकी समूहों से इजरायल पर ताकतवर हमला करवा रहा है.  ईरान और अमेरिका के तनाव ने मध्य पूर्व में शांति को खतरे में डाल दिया है. 

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उत्तर कोरिया की बढ़ती गतिविधियां

उत्तर कोरिया लगातार अपनी मिसाइलों की ताकत बढ़ा रहा है. उनके परीक्षण कर रहा है. उसे चीन और रूस का समर्थन हासिल है. वह भी यूक्रेन को हराने में रूस का साथ दे रहा है. साथ ही यह भी कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो वह सीधे तौर पर रूस के साथ खड़ा होगा. रूस के दुश्मन से जंग लड़ने को तैयार है. अक्सर ही तानाशाह किम जोंग उन अमेरिका तक मार करने वाली मिसाइलों की धमकी देता रहता है. 

चीन ताइवान पर घुसपैठ की तैयारी में लगा

चीन ताइवान से सिर्फ 350 किलोमीटर दूर एक बड़े पैमाने का एंफिबियस ऑपरेशन कर रहा है. मकसद है ताइवान पर घुसपैठ. इसमें चीन की सेना, वायुसेना और नौसेना के जवान शामिल हैं. फाइटर जेट्स, ड्रोन्स, हेलिकॉप्टर्स, जंगी जहाज, टैंक्स, बख्तरबंद गाड़ियां और सिविलियन नावें भी शामिल की गई हैं. इस मिलिट्री एक्सरसाइज की वजह से इलाके में तनाव है. 

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