
दुनिया का सबसे शानदार एयर डिफेंस सिस्टम इजरायल के पास है. नाम है आयरन डोम. उसके साथ ऐरो-2 और ऐरो-3. लेकिन ये सब मिलकर भी ईरान की एक मिसाइल को रोकने में नाकाम रहे. 1 अक्तूबर को इजरायल पर हुए हमले में ईरान ने अपनी नई हाइपरसोनिक मिसाइल का इस्तेमाल किया. इसने आयरन डोम को भी पंक्चर कर दिया.
इस मिसाइल की गति 17.9 हजार km/hr है. इसे ईरान से लॉन्च किया जाए तो यह तेल अवीव तक मात्र 400 सेकेंड में पहुंच जाएगी. यानी करीब साढ़े छह मिनट में. इसकी रेंज 1400 km है. यह मीडियम रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल है. इसका नाम है फतह. इजरायल इसे ट्रैक तो कर सकता है लेकिन गिराना थोड़ा मुश्किल है.
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अप्रैल में भी हुए हमले में जिन मिसाइलों को इजरायल का आयरन डोम नहीं रोक पाया था, वो सातों मिसाइलें फतह ही थी. ईरान, हिज्बुल्लाह, हमास और हूती ये सब मिलकर अलग-अलग लहर में मिसाइल, रॉकेट और ड्रोन हमले करते हैं. एकसाथ जब कई दिशाओं से हमला किया जाता है, तब एयर डिफेंस सिस्टम फेल हो सकता है.
जानिए ईरान की हाइपरसोनिक मिसाइल की खासियत...
फतह मीडियम रेंज की हाइपरसोनिक मिसाइल है. इसमें 350-450 kg का वॉरहेड लगता है. सॉलिड फ्यूल इंजन से उड़ान भरती है. इसकी रेंज 1400 km है. गति 16,052 km/hr से 18,522 km/hr है. इसकी खास बात है इसकी मैन्यूवरिबिलिटी. इसे किसी भी दिशा में कभी भी मोड़ सकते हैं. यह राडार आसानी से नजर नहीं आती.
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कैसे करते हैं ईरान, हिज्बुल्लाह और हूती मिलकर हमला
इजरायल पर पहले शाहेद ड्रोन्स और रॉकेट से हमला किया जाता है. ये पहला शॉकवेव है. इसके बाद कुछ देर बाद सबसोनिक क्रूज मिसाइलों से हमला किया गया. ये दूसरा वेव है. फिर फतह हाइपरसोनिक मिसाइल और अन्य बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं गई. ये अंतिम हमला होता है. इजरायली आयरन डोम ने इस हमले को रोकने के लिए जरूरी प्रयास किए.