पत्रकार पूजा तिवारी की मौत के मामले में न सिर्फ डॉक्टरों की भूमिका की जांच होनी चाहिए बल्कि उन पुलिसवालों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए, जिन्होंने बिना किसी पुख्ता सबूत और जांच के, पूजा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया.