रीमा सूद की इच्छा थी कि वह डॉक्टर बने, लेकिन कंपार्टमेंट एक्जाम के रिजल्ट ने रीमा के सपनों को तोड़ दिया. रीमा ग्यारहवीं की कैमिस्ट्री परीक्षा में फेल हो गई. जब रीमा घर लौटी तो उसने खुदकुशी कर ली. लेकिन जाते-जाते रीमा अपने अंगदान कर गई.