क्या नोएडा एक्सटेंशन में बदमाशों की गोली से मारे गए गौरव चंदेल की जान बचाई जा सकती थी? कम से कम चंदेल के घरवालों और दोस्तों का तो ऐसा ही मानना है, क्योंकि उनका कहना है कि वक़्त पर चंदेल की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाने के लिए थाने पहुंचने के बावजूद पुलिसवालों ने उसे ढूंढ़ने की कोई ख़ास कोशिश की नहीं की, बल्कि पुलिसवाले इसे अपने थाना इलाक़े का मामला ना होने की बात कह कर काम से बचते रहे. अब इस मामले की जांच खुद नोएडा के एसएसपी ने शुरू की है.