प्रद्युम्न की मौत को तीन दिन का वक्त बीत चुका है, लेकिन अभी भी कुछ ऐसे सवाल हैं, जिनका जवाब पुलिस नहीं दे पाई है या फिर तफ्तीश की मजबूरी जताकर देना नहीं चाहती है. पुलिस ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात का भी जवाब नहीं दिया कि आखिर उस दिन प्रद्युम्न के साथ हुआ क्या था? कैसे वो बाथरूम तक पहुंचा, कैसे बस का कंडक्टर वहां तक पुहंचा? उसके पास वो चाकू कहां से आया?