दिल्ली में इस साल अब तक क़त्ल की 400 से ज्यादा वारदातें हो चुकी हैं. मर्डर के 100 मामले ऐसे हैं जहां अपनों के ही हाथ अपनों के खून से रंगे हैं. रिश्तों में इस ख़ौफनाक ख़ूनी खेल का ग्राफ हर साल बढ़ता जा रहा है. कहीं लव सेक्स और धोखे का कॉकटेल, तो कहीं लालच रिश्तों पर भारी पड़ा है. कुछ मामले तो ऐसे भी सामने आए हैं, जब बेहद मामूली बात पर रिश्तों के साथ सांसों की डोर भी तोड़ दी गई. सवाल ये है कि दिमाग में आखिर ऐसा कौन-सा केमिकल लोचा होता है, जो रिश्तों के मायने ही ख़त्म कर देता है. देखिए रिपोर्ट....