बुराड़ी में हुए 11 लोगों की मौत के मामले में दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट सीपी आलोक कुमार ने एक संवाददाता सम्मेलन करके कई बातों का खुलासा किया. उनके मुताबिक परिवार के सभी लोग रजिस्टर में लिखी बातों को फॉलो कर रहे थे. सीसीटीवी में भी दो महिलाएं कुर्सियां लाते हुए दिख रही हैं. इससे साफ होता है कि वारदात को अंजाम देने के लिए घर के बाहर से कोई नहीं आया.
पुलिस मानती है कि उन 11 लोगों में तीन लोगों के हाथ खुले थे, जिनको सामूहिक खुदकुशी का जिम्मेदार माना जा सकता है. जिन तीन लोगों के हाथ खुले थे या उनको मजबूती से बांधा नहीं गया था, उनमें ललित, टीना और भुवनेश शामिल हैं. ललित पर बार-बार शक की सुई घूम रही है. पुलिस इस मामले में मनोवैज्ञानिक परीक्षण भी करवाने वाली है. पुलिस की इस प्रेस कांफ्रेस में घटना के 13 दिन बाद कई मामलों की परतें खुलती जा रही हैं. गुरूवार को 11वीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ गई है. रिपोर्ट में पाया गया है कि बुजुर्ग महिला नारायणी की मौत लटकने से हुई थी. डॉक्टरों की टीम ने मौके का मुआयना और आपसी बातचीत के बाद नारायणी देवी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिल्ली पुलिस को सौंप दी है. पुलिस ने इसे एंटीमोर्टम हैंगिंग बताया है.