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12वीं पास के लिए B.Optom डिग्री कोर्स शुरू करेगी दिल्ली सरकार, जानें खासियत और एडमिशन प्रोसेस

4 साल का बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री डिग्री कोर्स, ऑप्टोमेट्री में स्नातक कोर्स है, जिसमें नेत्र देखभाल सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए 4 साल के कोर्स प्रोग्राम में एक साल की इंटर्नशिप भी शामिल है.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
पंकज जैन
  • नई दिल्ली,
  • 10 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 6:14 PM IST

केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के गुरु नानक आई केयर सेंटर में एक ऑप्टोमेट्री ट्रेनिंग विंग की स्थापना करने का फैसला लिया है. इसके तहत ऑप्टोमेट्री ट्रेनिंग विंग की ओर से मेडिकल के छात्रों को चार साल के बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री डिग्री कोर्स (Bachelor in Optometry या B.Optom) ऑफर किया जा रहा है.

4 साल के कोर्स में एक साल की इंटर्नशिप भी शामिल
यह कोर्स ऑप्टोमेट्री में स्नातक कोर्स है, जिसमें नेत्र देखभाल सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए 4 साल के कोर्स प्रोग्राम में एक साल की इंटर्नशिप भी शामिल है. वर्तमान में दिल्ली में डॉ. राजेंद्र प्रसाद नेत्र विज्ञान केंद्र, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के अलावा चंडीगढ़ का सरकारी मेडिकल कॉलेज ऑप्टोमेट्री में चार साल का डिग्री कोर्स संचालित करने वाला दूसरा सरकारी संस्थान है.

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गुरु नानक आई केयर सेंटर में ऑप्टोमेट्री के लिए योग्यता?
जिन छात्रों ने 12वीं कक्षा में विज्ञान से की है वो बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री के कोर्स में दाखिले के लिए आवेदन कर सकते है. गुरु नानक आई केयर सेंटर में दाखिले के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा पास करनी होगी. बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री डिग्री को पूरा करने में चार साल लगते हैं. इन चार सालों में 3 साल शैक्षणिक के लिए समय दिया जाता है और आखिरी एक वर्ष में इंटर्नशिप किया जाता है. इस कोर्स में आखों से संबंधित विषयों को विस्तार से पढ़ाया जाता है. गुरु नानक आई केयर सेंटर में पहले बैच में 20 सीट्स पर दाखिला होगा. 

ऑप्टोमेट्रिस्ट क्या होता है?
ऑप्टोमेट्रिस्ट एक आई केयर प्रोफेशनल होता है, जिसने ऑप्टोमेट्री (दृष्टिमिति) में डिग्री ली होती है. ऑप्टोमेट्रिस्ट दृष्टि और स्वास्थ्य समस्याओं, दोनों के लिए आंखों की जांच करते हैं और चश्मे व कॉन्टैक्ट लेंस प्रेस्क्राइब करके रिफ्रैक्टिव एरर यानी अपवर्ती त्रुटियों को ठीक करते हैं. ऑप्टोमॅट्रिक कोर्स में बेसिकली आंखों से रिलेटेड कोई भी परेशानियां या उनके इलाज के बारे में बताया जाता है. ऑप्टोमेट्रिस्ट को ऑप्टोमेट्री में डिग्री पूरी करनी होती है और उसके बाद किसी अनुभवी ऑप्टोमेट्रिस्ट की देखरेख में एक वर्ष के प्रशिक्षण की पंजीकरण-पूर्व अवधि सफलतापूर्वक पूरी करनी होती है. इसमें ऑप्टोमेट्री की मुख्य सक्षमताओं पर वर्क बेस्ड असेसमेंट और एक फाइनल असेसमेंट शामिल होता है.

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उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि आंखें हमारे शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण और नाजुक हिस्सा हैं. आजकल कई लोग टीवी, लैपटॉप व मोबाइल के अधिक इस्तेमाल करने के चलते आंख की बीमारियों से जूझ रहे हैं. ऐसे में देश समेत दुनियाभर में ऑप्टोमेट्री के विशेषज्ञों की भारी मांग है. ऑप्टोमेट्री ट्रेनिंग विंग द्वारा चार साल का बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री डिग्री कोर्स ऑफर किया जाएगा. बता दें, गुरु नानक आई सेंटर ग्रेजुएशन प्रोग्राम के लिए एक ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट है.

 

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