
Delhi Nursery Admissions 2023: हाल ही में एक वीडियो काफी वायरल हुआ. उसमें एक व्यक्ति कह रहा है कि पेरेंट्स होने का असली अहसास तो बच्चे को स्कूल भेजने पर ही होता है. जब आप दिल्ली में रह रहे हों तो यहां नर्सरी एडमिशन किसी बड़ी प्रतियोगी परीक्षा में सफल होने से कम नहीं है.
यहां के टॉप माने जाने वाले निजी स्कूलों में दाखिले का सपना देख रहे अभिभावकों के सामने वहां सीट पाना एक बड़ी चुनौती होता है. इन दिनों दिल्ली के स्कूलों में नर्सरी एडमिशन की प्रक्रिया चल रही है. स्कूलों में दाखिले का सपना देख रहे अभिभावकों ने दिल्ली शिक्षा निदेशालय के सभी दिशानिर्देशों के अनुसार दाखिले की तैयारी की ही होगी, लेकिन साथ ही अभिभावकों को खुद को भी मानसिक रूप से पूरी तरह तैयार रहना चाहिए.
नर्सरी एडमिशन डॉट कॉम के संस्थापक और दाखिला मामलों के विशेषज्ञ सुमित वोहरा कहते हैं कि 20 जनवरी को नर्सरी एडमिशन की पहली मेरिट लिस्ट जारी होगी. मेरी पेरेंट्स को यही सलाह है कि वो पहली मेरिट लिस्ट में किसी भी स्कूल में नाम आने पर एडमिशन लेकर सीट ब्लॉक कर लें. अगर दूसरी या किसी अन्य लिस्ट के आने के बाद उनके बच्चे का नाम उनके मनपसंद स्कूल में आ जाता है तो वो पहले वाले स्कूल से दाखिला रद्द करा सकते हैं. अगर उन्होंने फीस भी भर दी है तो स्कूलों को ये निर्देश है कि दाखिला कैंसिल होने पर वो पूरी फीस वापस करेंगे.
इसके अलावा दस्तावेज संबंधी तैयारी भी पूरी रखनी चाहिए. अब बात आती है कि आप पहली बार अगर अपने बच्चे का दाखिला नर्सरी में करा रहे हैं तो आपको इसके लिए बच्चे को भी मानसिक रूप से तैयार करना होगा. दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन की प्रेसीडेंट अपराजिता गौतम कहती हैं कि पेरेंट्स को स्कूल चुनने के लिए स्कूल की ब्रांड देखने के बजाय अपनी सहूलियतें देखनी चाहिए. मसलन वो कितनी फीस अफोर्ड कर सकते हैं, बच्चे के स्कूल की दूरी घर से कम से कम हो.
स्कूल के बारे में पता कर लें कि स्कूल सभी सुरक्षा मानकों को पूरा करता है कि नहीं. वहां फायर सेफ्टी कैसी है, स्कूल के सभी वाहन मानक पर हैं या नहीं. अपराजिता कहती हैं कि स्टेटस के नाम पर स्कूल चुनना कई बार आगे चलकर पछतावा देता है. इसलिए स्कूल चुनने के लिए आप अपने अनुरूप ही मानक चुनें. बच्चे के सर्वांगीण विकास के लिए स्कूल के साथ साथ अभिाभावकों का भी बड़ा रोल होता है.
Nursery Admission के लिए ये डॉक्यूमेंट्स रखें तैयार
सुमित वोहरा कहते हैं कि पेरेंट्स या अभिभावकों को बच्चे की ओरिजनल बर्थ सर्टिफिकेट की दो से तीन कॉपी रखनी चाहिए. इसके पीछे वो वजह बताते हैं कि अगर कहीं आपने पहली लिस्ट के बाद ही नाम आने पर सीट ब्लॉक कर दी, तो वहां आप ओरिजनल सर्टिफिकेट लगा देंगे. लेकिन दूसरी जगह दाखिला होने पर आपसे बर्थ सर्टिफिकेट मांगी जाएंगी, ऐसे में आपके सामने समस्या आ सकती है. इसलिए बर्थ सर्टिफिकेट की कॉपी ज्यादा रखनी चाहिए.