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Bihar Teacher Recruitment: बिहार में 1.78 लाख शिक्षक पदों पर भर्ती का मामला विवादों में घिर गया है. नीतीश सरकार ने शिक्षक भर्ती नियमावली में बदलाव कर डोमिसाइल नीति को खत्म कर दिया है. इसका मतलब है कि अब इस भर्ती के लिए बिहार के बाहर के उम्मीदवार भी आवेदन कर सकेंगे. बिहार से युवाओं में इस फैसले को लेकर रोष है. अब ऐसे में राज्य शिक्षामंत्री चंद्रशेखर ने बड़ा बयान दिया है.
शिक्षामंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि शिक्षक नियुक्ति में पूरे देश के अभ्यर्थी शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि बिहार के युवा सक्षम नहीं हैं. ऐसे में पूरे देश से उम्मीदवारों के आवेदन इस भर्ती के लिए स्वीकार किए जाएंगे. सरकार ने बिहार में होने जा रही करीब 1 लाख 70 हजार शिक्षकों की बहाली को पूरे देश के अभ्यर्थियों के लिए खोल दिया है.
बता दें कि इस साल 2 मई को राज्य कैबिनेट ने राज्य में प्राथमिक, मध्य और उच्च कक्षाओं के लिए 1.78 लाख शिक्षकों की भर्ती के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी. राज्य सरकार ने प्राथमिक शिक्षकों के 85,477 मध्यम वर्ग के 1,745 और उच्च वर्ग के लिए 90,804 शिक्षकों की भर्ती के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. यह भर्ती बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा की जाएगी. राज्य सरकार के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया इस साल के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है.
शिक्षक नियमावली में संशोधन में विरोध में राज्य के युवा प्रदर्शन का आयोजन कर रहे हैं. प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ ने 01 जुलाई को बड़े विरोध प्रदर्शन का भी ऐलान किया है. शिक्षक संघ के अध्यक्ष दीपांकर ने सरकार ने जल्द फैसला वापस लेने की मांग की है. युवाओं की मांग है कि राज्य शिक्षक भर्ती में डोमिसाइल नीति लागू होनी चाहिए.