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शिक्षा के लिए दक्षिण भारत से बड़ी संख्या में छात्र ब्रिटेन जा रहे हैं. पिछले वर्ष की तुलना में इस साल इन आवेदनों की संख्या में नौ प्रतिशत का इजाफा हुआ है. ये बात ब्रिटेन के एक शीर्ष राजनयिक ने कही है.
चेन्नई में ब्रिटेन के उप-उच्चायुक्त भरत जोशी ने कहा है कि दो साल पहले दक्षिण भारत से आने वाले आवेदनों की संख्या स्थिर थी. पर, पिछले साल इसकी संख्या में नौ प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.
उन्होंने कहा कि ये आवेदन केरल, तमिलनाडू, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक से मिले हैं. उन्होंने ये भी बताया कि भारतीय छात्रों की ओर से वीजा आवेदन में लगातार वृद्धि हुई है.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि 80 फीसदी आवेदनों में यात्रा वीजा शामिल है और दूसरा स्थान ब्रिटेन में काम के लिए यात्रा करने वालों का है.
गौरतलब है कि मार्च 2017 के अंत में 4.14 लाख यात्री वीजा जारी किये गए, जिनमें से 11,700 छात्र वीजा और 5,000 अल्पावधि के शिक्षा वीजा शामिल हैं. इसमें यह भी कहा गया कि इसी दौरान 60,000 कामकाजी वीजा भी जारी किए गए.