
Indian Army News, Who is Captain Abhilasha: हरियाणा की अभिलाषा बराक बुधवार को भारतीय सेना की पहली महिला ‘कॉम्बैट एविएटर’ (लड़ाकू विमान चालक) बनीं. इसी के साथ कैप्टन अभिलाषा बराक का नाम इतिहास में दर्ज हो गया है. अधिकारियों ने बताया कि नासिक स्थित कॉम्बैट आर्मी एविएशन ट्रेनिंग स्कूल में आयोजित समारोह में उन्हें सेना के 36 अन्य पायलटों के साथ प्रतिष्ठित ‘विंग्स’ प्रदान किए गए.
पहली महिला कॉम्बैट एविएटर बनीं अभिलाषा
एक अधिकारी ने बताया कि कैप्टन बराक कॉम्बैट आर्मी एविएशन कोर्स के सफल समापन के बाद आर्मी एविएशन कोर में कॉम्बैट एविएटर के रूप में शामिल होने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं हैं. कैप्टन अभिलाषा हरियाणा की रहने वाली हैं और उन्हें सितंबर 2018 में आर्मी एयर डिफेंस कॉर्प्स में कमीशन मिला था. वह कॉम्बैट एविएटर कर्नल एस ओम सिंह (रिटायर्ड) की बेटी हैं.
कहां से की है पढ़ाई?
कैप्टन बराक द लॉरेंस स्कूल, सनावर की पूर्व छात्रा हैं. उन्होंने 2016 में दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में बीटेक में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की और इसके बाद उन्हें डेलॉइट, यूएसए में नौकरी मिल गई थी.
1986 में स्थापित किया गया था सेना का एविएशन कोर
सेना के एविएशन कोर को वर्ष 1986 में स्थापित किया गया था. कोर का नेतृत्व एक लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अधिकारी द्वारा किया जाता है, जिसे सेना विमानन के महानिदेशक के रूप में जाना जाता है.
एविएशन कोर का आदर्श वाक्य है, ‘स्विफ्टि एंड श्योर’. सेना के एक अधिकारी ने बताया कि आने वाले दिनों में एविएशन कोर की टेक्टिकल इम्पोर्टेंस बढ़ना जारी रहेगा. ये एविएशन कोर एक फोर्स-मल्टीप्लायर के तौर पर आर्मी की मदद करेगी.
साल 2018 में अवनी चतुर्वेदी ने रचा था इतिहास
साल 2018 में, भारतीय वायु सेना की फ्लाइंग ऑफिसर अवनी चतुर्वेदी पहली महिला फायटर पायलट बनी थीं, जिन्होंने अकेले मिग-21 बायसन एयरक्राफ्ट उड़ाया था. ऐसा करके अवनी चतुर्वेदी ने इतिहास रचा था.