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JEE Mains Analysis: कैसा था पहला दिन, UP, बिहार, दिल्ली के छात्रों ने दिए रिएक्शन

कोरोना संकट में ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE MAINS 2020) परीक्षा का आज पहला दिन था. जानिए कैसा था पेपर, छात्रों को कौन सा सेक्शन लगा सबसे मुश्किल और आसान. परीक्षा केंद्र की तैयारियों को लेकर कैसा था छात्रों का रिएक्शन.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 01 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 5:23 PM IST

कोरोना संकट में ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE MAINS 2020) परीक्षा का आज पहला दिन था. लंबे समय से परीक्षा को स्थगित करने की मांग चल रही थी, लेकिन  सरकार ने छात्रों की सुनी नहीं. वहीं सुप्रीम कोर्ट ने भी परीक्षा आयोजित करने की अनुमति दे दी थी. 

बता दें, परीक्षा का आयोजन 1 से 6 सितंबर तक होना है. आज परीक्षा का पहला दिन था, अब 5 दिन और इस परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. आइए ऐसे में जानते हैं, परीक्षा के पहले दिन छात्रों का कैसा था रिएक्शन.

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जानिए अलग- अलग राज्यों के छात्रों का परीक्षा को लेकर क्या है कहना

उत्तर प्रदेश के छात्रों का रिएक्शन

JEE परीक्षा में बैठने वाले उत्तर प्रदेश के एक छात्र ने बताया कि गणित सेक्शन थोड़ा कठिन था. रायबरेली के उत्कर्ष साहू ने कहा, "गणित के कुछ सवालों को छोड़कर पेपर अच्छा चला गया." उन्होंने यह भी शिकायत की कि अधिकारियों को छात्रों के परिवहन के लिए पर्याप्त व्यवस्था करनी चाहिए थी.

लखनऊ पब्लिक स्कूल के शशवत सिंह को लगा कि पेपर कठिन नहीं है और उनके पास पेपर पूरा करने के लिए पर्याप्त समय है. लखनऊ की अदिति भी अपने पेपर से संतुष्ट थीं. वह खुश थीं कि आखिरकार परीक्षा आयोजित हुई और अब वह पूरी तरह से फ्री हो गई हैं. इसी के साथ अदिति सरकार की ओर से जारी सुरक्षा प्रोटोकॉल से खुश थीं जो परीक्षा केंद्र में लागू किए  जा रहे हैं.

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लखनऊ के रानी लक्ष्मीबाई सीनियर सेकेंडरी स्कूल के मानस मणि और उनके दोस्त दिव्यांश सिंह ने कहा कि परीक्षा में और देरी हो सकती है क्योंकि छात्रों की सुरक्षा सर्वोपरि है.

ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE MAIN 2020) के लिए उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों में यूपी दूसरे नंबर पर है. इस साल यूपी में जेईई परीक्षा में 100706 छात्रों के शामिल होने की उम्मीद है. परीक्षा छह दिनों के लिए ऑनलाइन आयोजित की जा रही है.

दिल्ली के छात्रों का रिएक्शन

हरियाणा के रेवाड़ी निवासी 18 वर्षीय पुनीत कौशल सोमवार को JEE परीक्षा में उपस्थित होने के लिए रोडवेज बस से दिल्ली आए थे.  उन्होंने दिल्ली को केंद्र के रूप में चुना था. उन्होंने बताया, मैं केंद्रों में सुरक्षा उपायों के बारे में वास्तव में डर गया था, लेकिन जब मैं विवेक विहार में पहुंचा तो मुझे सब कुछ मिला, परीक्षा केंद्र पर सोशल डिस्टेसिंग नियम का ठीक से पालन किया गया. हमें नए मास्क दिए गए थे जो हमने पहने थे. गेट पर सैनिटाइजर रखे थे. इसी के साथ सभी ने केंद्र के अंदर मास्क पहने हुए थे.

एक छात्र सुहानी ने कहा, “भले ही हमें परीक्षा के आयोजन के बारे में स्पष्ट निर्देश नहीं दिए गए थे, लेकिन हम पूरी तरह से तैयार थे. स्क्रीनिंग और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया और मुझे खुशी है कि परीक्षा आयोजित की गई क्योंकि कोरोना वायरस के कारण हमारी पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हुई थी.

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नरैना की रहने वाली 17 साल की श्रुति मेहरा ने विवेक विहार में अपने परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए कैब ली. उन्होंने कहा, “मुझे पता चला कि सुबह uber ola हड़ताल थी, लेकिन मैं एक टैक्सी बुक करने में कामयाब रही. मैं परीक्षा केंद्र में सभी सुरक्षा उपायों से संतुष्ट हूं.  महामारी के बीच परीक्षा लेने के बारे में चिंता थी लेकिन मुझे खुशी है कि अब परीक्षा खत्म हो गई है." 

एक अन्य छात्र आदित्य ने कहा, "JEE स्थगित होने के बाद कई छात्रों को प्राइवेट कॉलेजों में दाखिला मिल गया है. लेकिन कई छात्र, जो आईआईटी में दाखिला लेना चाहते हैं, उन्हें इस परीक्षा में शामिल होना था. मैं उनमें से एक हूं. परीक्षा आसान थी और सावधानी बरती गई. परीक्षा केंद्र के अंदर मास्क दिए गए."

रांची के छात्रों का रिएक्शन

पूजा कुमारी, जो झारखंड के गुमला जिले की एक परीक्षार्थी हैं. वह रांची के तुपुदाना स्थित केंद्र में परीक्षा के लिए उपस्थित हुई थीं. उन्होंने कहा, "मैं कोरोना वायरस के फैलने के कारण शुरू में डर गई थी. लेकिन फिर सोचा, हमें इस महीने या अगले महीने परीक्षा देनी होगी. इस बात की कोई पुष्टि नहीं है कि कोरोना के मामले एक या दो महीने बाद कम होते हैं या नहीं. इसलिए, हम सरकार द्वारा परीक्षा आयोजित करने के निर्णय से खुश हैं." उन्होंने बताया कि गणित का सेक्शन थोड़ा कठिन था.

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एक अन्य परीक्षार्थी, रांची के बरियातू इलाके के आदित्य कुमार ने कहा, “मेरे पास अपना पर्सनल वाहन है. इसलिए मुझे कोई परेशानी नहीं हुई. लेकिन, जिन परीक्षार्थियों के पास कोई पर्सनल वाहन नहीं है, उन्हें कोरोना के दौरान समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि सड़क पर वाहनों की संख्या कम है."

उन्होंने कहा, "हर छात्र के लिए करियर अधिक महत्वपूर्ण है. वायरस के फैलने से दिमाग के पीछे एक डर था, लेकिन जब हम परीक्षा केंद्र पर पहुंचे, उस डर को भूल गए, क्योंकि वहां सुरक्षा की तैयारी अच्छी थी."

मध्य प्रदेश के छात्रों का रिएक्शन

भोपाल के एक छात्र विपुल कुमार ने कहा, "कोरोना वायरस के कारण परीक्षा में बैठने से पहले मुझ पर दबाव था, लेकिन प्रश्नपत्र देखने के बाद मैंने हल्का महसूस किया, क्योंकि परीक्षा आसान थी."

ग्वालियर के एक उम्मीदवार आकाश सिंह ने कहा, "मेरे कई दोस्तों की तरह मैं भी कोरोना के खिलाफ मेरी सुरक्षा को लेकर चिंतित था. परीक्षा केंद्र में किसी से भी मामूली छींक ने हमें चिंतित कर दिया. सच कहूं तो, मैं मन में डर के कारण परीक्षा के दौरान ठीक से ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहा था. हालांकि, पेपर काफी आसान था विशेष रूप से इसमें  फिजिक्स सेक्शन सरल लगा."

बिहार के छात्रों का रिएक्शन

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पटना केंद्र में परीक्षा देने वाले सासाराम के एक छात्र सतीश प्रकाश ने कहा, “मैं BArch कोर्स में दाखिला लेने के लिए इस परीक्षा में शामिल हुआ था. अच्छी पढ़ाई करने वालों के लिए पेपर मुश्किल नहीं था. एप्टीट्यूड सेक्शन में एक ही विषय से कुछ प्रश्न दोहराए गए थे."

एक अन्य उम्मीदवार सुमित कुमार ने कहा, “मैं परीक्षा से पहले बहुत चिंतित था लेकिन सवाल आसान थे. मुझे गणित का सेक्शन थोड़ा लंबा लगा. एप्टीट्यूड और ड्राइंग सेक्शन आसान थे."

मधुबनी में एक और अभ्यर्थी आस्था ठाकुर, जो BArch के लिए उपस्थित हुईं, उन्होंने कहा, “पेपर कठिन नहीं था. एप्टीट्यूड सेक्शन आसान था लेकिन मैथ्स सेक्शन समय लेने वाला था. कुल मिलाकर परीक्षा अच्छी रही. मुझे अच्छे अंक लाने की उम्मीद है."

JEE छात्र के एक माता-पिता, सुशील कुमार, जो वैशाली से पटना आए थे, उन्होंने कहा, "परीक्षा केंद्रों पर व्यवस्था संतोषजनक थी. सोशल डिस्टेसिंग को सख्ती से बनाए रखा गया था. सुरक्षाकर्मियों ने छात्रों को ले जाने के दौरान चेहरे पह मास्क पहने थे. हमें सरकार की तैयारी अच्छी लगी."

इस साल बिहार, गोवा, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, गुजरात, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और ओडिशा सहित देश के विभिन्न राज्यों में छात्र जेईई मुख्य परीक्षा के लिए उपस्थित हुए. परीक्षा कोरोना वायरस महामारी के बीच आयोजित की गई है. ऐसे में  सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं.

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परीक्षा आयोजित करने वाली राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने परीक्षा में उपस्थित होने वाले छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी संभव उपायों का आश्वासन दिया है. एजेंसी ने प्रति केंद्र छात्रों की संख्या को कम करने के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या में वृद्धि की है.

 

 

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