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कोरोना में बड़ी संख्या में लोगों की नौकरियां गई थी. इनमें बड़ी संख्या रेहड़ी और पटरी वाले वेंडरों की है. अब इनकी मदद के लिए केंद्र सरकार आगे आई है. इन्हें स्वनिध योजना के तहत 50,000 रुपये तक की आर्थिक मदद मुहैया कराएगी. सरकार ने रेहड़ी पटरी के माध्यम से अपनी आजीविका चलाने वाले तकरीबन 14 हजार वेंडरों को पीएम स्वनिधि योजना का लाभ देने की योजना बनाई है.
वेंडरों के लिए दो दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम
इस योजना के माध्यम से वेंडरों को परिवारों काे केंद्र सरकार की आठ योजनाओं का लाभ दिया जाएगा. इन वेंडरों को हरियाणा सरकार द्वारा दो दिवसीय प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. इस प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने वालों को प्रतिदिन के हिसाब से 388 रुपये का भत्ता भी सरकार देगी.
लॉकडाउन की वजह से हुआ था बड़ा नुकसान
पीएम स्वनिधि योजना जून 2020 में शुरू की गई थी. मार्च 2020 में काेरोना काल में लॉकडाउन के चलते बड़ी संख्या में रेहड़ी और पटरी वेंडरो अपना काम बंद करना पड़ा था. इस दौरान आर्थिक तौर पर उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा था. लंबे समय तक लॉकडाउन के चलते वे दोबारा अपना रोजगार शुरू भी नहीं कर पाए.
बिना गारंटर मिलता है लोन
वेंडरों के पुनरोत्थान के लिए केंद्रीय शहरी आवास विकास मंत्रालय ने एक जून 2020 को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की शुरुआत की थी. इसमें रेहड़ी-पटरी वाले वेंडरों को बिना गारंटी के लोन देने की शुरुआत की गई है. इस योजना के माध्यम से उन्हें 10,000 रुपये से लेकर 50,000 रुपये तक का लोन दिया जाना तय किया गया था. इस लोन की खास बात यह है कि इसमें किसी गारंटी या गारंटर की जरूरत नहीं पड़ती है.
वेंडर के परिवारों को 8 योजनाओं से जोड़ा जाएगा
वेंडरों के परिवार भी सरकारी योजनाओं का लाभ उठा पाएं इसके लिए उनके परिवारों को भी केंद्र सरकार की आठ योजनाओं के साथ जोड़ा जाएगा. ये स्कीम हैं, जननी सुरक्षा योजना, वन नेशन वन कार्ड, पीएम जनधन योजना, पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना, पीएम सुरक्षा बीमा योजना, पीएम श्रम योगी मानधन योजना, पंजीकरण बीओसीडब्लयू व मातृ वंदना योजना शामिल है.
इतने वेंडरों की हुई पहचान
स्वनिधि योजना के लिए 13842 वेंडरों की पहचान की गई है. उन्होंने बताया कि स्वनिधि योजना के तहत अब तक बैंकों द्वारा 4277 वेंडरों को 10-10 रुपए का लोन दिया जा चुका है. वेंडरों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर 5 और 6 दिसंबर को आयोजित किया जा रहा है. जिसमे म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के अंतर्गत आने वाले वेंडर भाग ले सकते हैं. इसमें हिस्सा लेने वाले वेंडरों को 388 रुपए प्रतिदिन की दर से दो दिन का 776 रुपये खाते में भेज दिया जाएगा.