
REET 2022 Paper Viral: राजस्थान में शिक्षकों की भर्ती के लिए पात्रता परीक्षा (REET) 2022 एक बार फिर विवादों में है. कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित हो रही राजस्थान रीट 2022 परीक्षा का पेपर वायरल का मामला सामने आया है. मिली जानकारी के अनुसार, रीट चौथी पारी का क्वेश्चन पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
राज्य सभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर रीट पेपर लीक मामले पर राजस्थान सरकार से सवाल किया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, '#REET चौथी पारी के पेपर में करीब 42 प्रश्न सामाजिक अध्ययन के सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. मुखिया जी से मेरा सवाल है कि जब पेपर को अभ्यर्थियों द्वारा जमा करवा लिया गया तो यह सोशल मीडिया पर कहां से आए? मुखिया जी मैं आपसे अनेकों बार कह चुका हूं कि आप पेपर घोटाले में बड़े डकैतों पर हाथ डालो... आप ऐसा नहीं कर रहे इसका राज क्या है? आज का पेपर जो की सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है उसकी सत्यता की तुरन्त जाँच कराए, अगर पेपर लीक हुआ है तो इन बड़े डकैतो पर तुरन्त कार्यवाही करे. जिससे मेहनती बच्चों को न्याय मिल सके.'
रीट पेपर वायरल पर क्या कहते हैं शिक्षा मंत्री?
सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पेपर वायरल होने के बाद, सुरक्षा के लिहाज से सभी अभ्यर्थियों से उत्तर पुस्तिकाओं के साथ प्रश्नपत्र भी ले लिया गया. राजस्थान के शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला (BD Kalla) ने इंडिया टुडे को फोन पर बताया, "कुछ उम्मीदवारों ने आरईईटी की चौथी पारी के कुछ पन्ने फाड़े और बाद में इसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया. हम आरोपी को पकड़ लेंगे क्योंकि जांच चल रही है."
उन्होंने कहा, "इस बार परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई. राज्य के किसी भी हिस्से से पेपर लीक की कोई शिकायत नहीं मिली है. पेपर लीक पर राजनीति करने की कोई जरूरत नहीं है."
बता दें कि परीक्षा पिछले साल विवादों में थी क्योंकि 26 सितंबर को परीक्षा से दो दिन पहले पेपर कथित तौर पर था. पुलिस जांच से पता चला था कि राज्य के शिक्षा विभाग के स्ट्रांग रूम के एक कार्यालय से एक प्रश्न पत्र चोरी हो गया था और उसके बाद इसे लीक कर दिया गया था. कथित सरगना बत्ती लाल मीणा पर आरोप लगे कि उसे पेपर बदलने के लिए कम से कम 1.22 करोड़ रुपये मिले थे.
(जयकिशन शर्मा की रिपोर्ट)