
यूपी बोर्ड ने हाई स्कूल और इंटरमीडिएट कम्पार्टमेंट परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी है. बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि परीक्षा की तारीख की घोषणा अभी तक नहीं की गई है, लेकिन बोर्ड ने सभी जिलों से परीक्षा केंद्र बनाने के लिए प्रस्ताव मांगे हैं.
बोर्ड ने 5 अगस्त से 20 अगस्त के बीच इन परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किए थे. कुल 33,344 छात्रों ने आवेदन किया था. जिनमें हाई स्कूल की कंपार्टमेंट परीक्षाओं के लिए 15,839 और इंटरमीडिएट कम्पार्टमेंट परीक्षाओं के लिए 17,505 छात्रों ने आवेदन किया था.
यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने स्कूलों के सभी जिला निरीक्षकों (DIOS) को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि केंद्रों पर परीक्षाएं आयोजित करते समय राज्य सरकार द्वारा कोरोना वायरस प्रकोप के कारण सोशल डिस्टेसिंग और अन्य दिशानिर्देशों का अनुपालन किया जा सके.
इस संबंध में DIOSs को 4 सितंबर को भेजे गए एक पत्र में शुक्ला ने DIOSs को निर्देश दिया है कि यदि वे द्वारा पहले से प्रस्तावित केंद्रों में किसी भी समस्या का पूर्वाभास करते हैं, तो 6 सितंबर को इस संबंध में संशोधित प्रस्ताव बोर्ड मुख्यालय को भेज सकते हैं.
कैसे रहे यूपी बोर्ड के रिजल्ट
उत्तर प्रदेश बोर्ड ने कक्षा 10वीं और 12वीं के रिजल्ट का ऐलान जून में कर दिया था. कोरोना वायरस महामारी के बीच इस साल का रिजल्ट पिछले साल से बेहतर रहा है. 10वीं में 83.31% और 12वीं में 74.63% छात्र पास हुए हैं. लड़कियों ने एक बार फिर बाजी मारी. दोनों ही बोर्ड परीक्षाओं में लड़कियों का पासिंग परसेंटेज लड़कों से ज्यादा रहा है.
10वीं कक्षा में रिया जैन ने टॉप किया है जबकि 12वीं में अनुराग मलिक पूरे प्रदेश में अव्वल रहे हैं. अनुराग को 97% और रिया जैन को 96.67% नंबर मिले हैं. इस साल बोर्ड परीक्षा में कुल 56 लाख से अधिक छात्र शामिल हुए थे.