इनॉगरेशन डे अमेरिकी चुनाव का खास हिस्सा होता है. समारोह वॉशिंगटन डीसी में होता है. समारोह के एक हिस्से के तौर पर राष्ट्रपति पद की शपथ लेते हैं. इस दिन का अपना एक इतिहास है, जब पहली बार किसी राष्ट्रपति ने इस दिन अपने पद की शपथ ली थी.
क्यों 20 जनवरी को होता है इनॉगरेशन डे
बता दें कि अमेरिकी संविधान में 20वें संशोधन के तहत इस डेट का जिक्र किया गया था. यही वजह है कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इसी तारीख को शपथ ग्रहण करते हैं. इससे पहले शपथ ग्रहण चार मार्च को होता था जोकि बाद में 20 जनवरी को होने लगा.
1937 के पहले तक राष्ट्रपति 5 मार्च को शपथ लेते थे. जॉर्ज वॉशिंगटन ने फेडरल हॉल की बॉलकनी में 30 अप्रैल 1789 को शपथ ली थी. दूसरी बार राष्ट्रपति बनने पर जॉर्ज वॉशिंगटन ने 4 मार्च 1793 को शपथ ग्रहण की. जेम्स मोनरो ने अमेरिकी राष्ट्रपति बनने पर सुप्रीम कोर्ट के जजों से विचार विमर्श करने के बाद 5 मार्च 1821 को अपना शपथ ग्रहण कार्यक्रम रखा था.
इसके बाद अमेरिकी संविधान में 20वां संशोधन किया गया और राष्ट्रपति की इनॉग्रेशन का दिन 20 जनवरी तय किया गया. इसके बाद 20 जनवरी 1937 को फ्रेंकलीन डी रूजवेल्ट पहले राष्ट्रपति थे, जिन्होंने 20 जनवरी को शपथ ली थी.
यह शपथ लेते हैं अमेरिका के राष्ट्रपति
मैं पूरी निष्ठा से यह शपथ लेता हूंं कि अपनी पूरी ईमानदारी से अमेरिका के राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी निभाऊंगा. मैं अपनी पूरी क्षमता के साथ अमेरिका के संविधान का संरक्षण, सुरक्षा और बचाव करूंंगा.
इनॉगरेशन का शुरुआती भाषण का समय अमूमन सुबह 11.30 (अमेरिकी समय के हिसाब से) होता है. इसलिए जो बाइडन और कमला हैरिस का शपथ ग्रहण दोपहर 12 बजे के आसपास होगा. शपथ ग्रहण के साथ ही जो बाइडन व्हाइट हाउस में प्रवेश करेंगे. इसके बाद अगले चार साल के लिए यही उनका आवास होगा.
राष्ट्रपति जो बाइडेन के अलावा कमला हैरिस भी शपथ लेते ही उप राष्ट्रपति का पद संभालेंगी. अमूमन नव निर्वाचित उप राष्ट्रपति को नव निर्वाचित राष्ट्रपति से पहले शपथ दिलाई जाती है. बताते हैं कि पहले वोटों की गिनती में समय लगता था इसलिए संविधान में 20वां संशोधन करके इसकी तारीख 20 जनवरी की गई.