
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को सशक्त महिला राजनीतिज्ञ के साथ प्रखर वक्ता के तौर पर जाना जाता है. जानें उनके अबतक के सफर से जुड़े रोचक फैक्ट.
1. उनका जन्म हरियाणा के अम्बाला कैंट में 14 फरवरी, 1953 को हुआ था. उनके पिता आरएसएस के प्रमुख सदस्य थे. उन्होंने चंडीगढ़ से कानून में डिग्री ली. 1973 में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अपनी प्रैक्टिस शुरू की जबकि उनका राजनीतिक करियर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ शुरू हुआ था. वे अपनी स्टूडेंट लाइफ से ही प्रखर वक्ता हैं.
2. जुलाई 1977 में उन्हें चौधरी देवीलाल की कैबिनेट में एक कैबिनेट मंत्री बनाया गया. भाजपा लोकदल की हरियाणा में इस गठबंधन सरकार में वे शिक्षा मंत्री थीं. 27 वर्ष की उम्र में वे 1979 में जनता पार्टी (हरियाणा) की अध्यक्ष बन गई थीं.
3. अप्रैल 1990 में सांसद बनीं और 1990-96 के दौरान राज्यसभा में रहीं. 1996 में वे 11वीं लोकसभा के लिए चुनी गई और अटलबिहारी वाजपेयी की 13 दिनी सरकार में सूचना प्रसारण मंत्री रहीं. 12वीं लोकसभा के लिए वे फिर दक्षिण दिल्ली से चुनी गईं.
4. अक्टूबर 1998 में उन्होंने केन्द्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया और दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं . बाद में जब विधानसभा चुनावों में पार्टी हार गई तो वे राष्ट्रीय राजनीति में लौट आईं.
5. वर्ष 1999 में उन्होंने आम चुनावों में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ बेल्लारी संसदीय क्षेत्र, कर्नाटक से चुनाव लड़ा, लेकिन वे हार गईं. 2000 में वे फिर से राज्यसभा में पहुंची थीं और उन्हें दोबारा सूचना-प्रसारण मंत्री बना दिया गया. वे मई 2004 तक सरकार में रहीं.
6. अप्रैल 2009 में वे मध्यप्रदेश से राज्यसभा के लिए चुनी गईं और वे राज्यसभा में प्रतिपक्ष की उपनेता रहीं. बाद में, विदिशा से लोकसभा के लिए चुनी गईं और उन्हें लालकृष्ण आडवाणी के स्थान पर नेता प्रतिपक्ष बनाया गया.
7. सुषमा स्वराज के नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं. वे किसी राष्ट्रीय राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता, दिल्ली पहली महिला मुख्यमंत्री रही हैं.
8. 13 जुलाई 1975 को उनका सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील स्वराज कौशल से विवाह हुआ था. वे तीन वर्ष तक मिजोरम के गवर्नर भी रहे हैं. उनकी बेटी बांसुरी कौशल है जो ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट है.
9. उन्हें 7 बार संसद सदस्य चुने के साथ बेहतरीन सांसद होने का अवॉर्ड दिया जा चुका है.