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मास्क लगाकर ऑक्सीजन चैंबर में काम कर रहे अमेरिका के अरबपति, फिर बताया- क्या है इसके फायदे

अमेरिका के अरबपति ब्रायन जॉनसन हमेशा से अलग-अलग तरह के एंटी-एजिंग एक्सपेरिमेंट के लिए जाने जाते हैं. इस बार भी वे काफी चर्चा में हैं. दरअसल, इस बार उन्होंने अपने हाइपरबेरिक ऑक्सीजन चैंबर को अपने नए ऑफिस के रूप में बदल दिया है.

Bryan Johnson turns office into oxygen chamber Bryan Johnson turns office into oxygen chamber
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 24 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 1:42 PM IST

अमेरिका के अरबपति ब्रायन जॉनसन हमेशा से अलग-अलग तरह के एंटी-एजिंग एक्सपेरिमेंट के लिए जाने जाते हैं. इस बार भी वे काफी चर्चा में हैं. दरअसल, इस बार उन्होंने अपने हाइपरबेरिक ऑक्सीजन चैंबर को अपने नए ऑफिस के रूप में बदल दिया है. एक्स पर एक पोस्ट में जॉनसन ने खुद वीडियो शेयर किया जिसमें वह दबाव वाले चैंबर के अंदर बैठे हैं और चेहरे पर ऑक्सीजन मास्क लगाकर लैपटॉप पर काम कर रहे हैं.

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ब्रायन जॉनसन ने पोस्ट शेयर कर दिखाया नया ऑफिस
एक्स पोस्ट में उन्होंने लिखा, "अपने ऑफिस को अपने हाइपरबेरिक ऑक्सीजन चैंबर में मैंने बदल लिया है. इससे काफी फायदा होने वाला है. ब्रायन ने दावा किया है कि बढ़ा हुआ दबाव फेफड़ों को ज्यादा ऑक्सीजन सोखने में मदद करता है, जिससे skin tissue की मरम्मत में मदद मिलती है. 

ऑक्सीजन थेरेपी के हैं कई फायदे
इससे पहले एक्स पर जॉनसन ने HOBT के बारे में बताया था कि "हाइपरबेरिक ऑक्सीजन थेरेपी (एचबीओटी) में वायुमंडलीय दबाव से ऊपर दबाव वाले चेंबर में प्योर ऑक्सीजन (95-100 प्रतिशत) को सांस के जरिए अंदर ले सकते हैं. सीईओ ने कहा, "बढ़ा हुआ दबाव फेफड़ों की ऑक्सीजन को प्यूरिफाई करने की क्षमता को बढ़ाता है, जिससे पूरे शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ जाता है.

ब्रायन जॉनसन ने थेरेपी के बताए फायदे
इस थेरेपी का उद्देश्य tissue में ऑक्सीजन का कंसन्ट्रेशन बढ़ाकर Tissue की मरम्मत कर उसे ठीक करना है.हालांकि, सोशल मीडिया पर लोग इस बात से सहमत नहीं है.  इंटरनेट के एक हिस्से ने उनके इस नए एक्सपेरिमेंट पर लोगों ने व्यावहारिकता और सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं.

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एक यूजर ने कहा, "हाइपरबेरिक चैंबर में गैर-आंतरिक रूप से सुरक्षित इलेक्ट्रॉनिक्स रखना बुद्धिमानी नहीं है. संभावित रूप से ऑक्सीजन युक्त वातावरण में उच्च आंशिक दबाव आग लगने का एक कारण है. एक अन्य यूजर ने कहा, "इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को ऑक्सीजन युक्त उच्च दबाव वाले कमरे में सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक साबित हो सकता है.

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