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National Mountain Climbing Day 2022: ट्रेंड पर्वतारोही कैसे बनें? जानें कोर्स, संस्थान और कमाई

Happy National Mountain Climbing Day 2022: 01 अगस्त को हर साल नेशनल माउंटेन क्लाइंब डे सेलिब्रेट किया जाता है. 1965  में भारत के अवतार सिंग चीमा ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतेह किया था जबकि 1984 में भारत की पहली महिला बछेंद्री पाल ने माउंट एवरेस्ट की चोटी पर तिरंगा फहराया था. अगर आप भी प्रोफेशनल पर्वतारोही बनना चाहते हैं तो जानिए कोर्स, संस्थान और कितनी होती है. कमाई.

National Mountain Climbing Day 2022 (Photo source - Pexels.com) National Mountain Climbing Day 2022 (Photo source - Pexels.com)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 01 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 7:43 AM IST

National Mountain Climbing Day 2022: अगर आपको भी पहाड़ों से प्यार है और उनकी चोटी पर पहुंचने का लक्ष्य है तो आज का दिन आपके लिए बेहद खास है. हर साल 01 अगस्त को राष्ट्रीय पर्वतीय पर्वतारोहण दिवस (National Mountain Climbing Day) मनाया जाता है. पहाड़ चढ़ने का जुनून काफी लोगों को है लेकिन इसकी चोटी पर पहुंचना आसान नहीं है. 1965 में भारत के अवतार सिंग चीमा ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतेह किया था जबकि 1984 में बछेंद्री पाल माउंट एवरेस्ट की चोटी पर तिरंगा फहराने वाली भारत की पहली महिला बनीं.

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अगर आप भी माउंट एवरेस्ट चढ़ने का हौसला रखते हैं और इसी में करियर बनाना चाहते हैं तो यह खबर आपकी मदद कर सकती है. यहां हम आपको एक पर्वतारोही कैसे बन सकते हैं, माउंटेनरिंग कोर्स कौन से हैं और कहां से करें आदि जरूरी बातों की जानकारी दे रहे हैं.

पर्वतारोही बनने के लिए कौन सा कोर्स?

मुख्य रूप से चार तरह के माउंटेनरिंग कोर्स हैं जिसमें बेसिक माउंटेनियरिंग कोर्स (BMC), एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स (AMC), सर्च एंड रेस्क्यू (SAR) और मेथड ऑफ इंस्ट्रक्शन (MOE) कराए जाते हैं. बीएमसी और एएमसी आम तौर पर 28 दिनों में पूरा किया जा सकता है जबकि एसएआर और एमओआई कोर्स 15-21 दिनों में किए जा सकते हैं. 

इन कोर्सेज में रॉक क्राफ्ट, आइस क्राफ्ट, रस्सी का काम, पर्वतारोहण जागरूकता, प्लानिंग, आउटडोर सर्वाइवल, कैंप क्राफ्ट, जंगल नेविगेशन, ग्लेशियरों आदि पर्वत की चोटी तक पहुंचने के लिए काम आने वाली हर जरूरत को पढ़ाया और समझाया जाता है. बशर्ते ये कोर्स करने के लिए आपको फिजिकल और मेंटली फिट होना चाहिए. 18 से 35 वर्ष तक की उम्र के लोग माउंटनरिंग कोर्स कर सकते हैं. हालांकि विशेष मामलों के लिए आयु में छूट दी जा सकती है.

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कहां से करें माउंटेनरिंग कोर्स?

भारत में पर्वतारोहण कोर्स चलाने वाले चार प्रमुख संस्थान हैं. इनमें नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंनटेनिंग (NIM) उत्तरकाशी, हिमालयन माउंटेनरिंग इंस्टीट्यूट (HMI) दार्जिलिंग, अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनरिंग एंड एलाइड स्पोर्ट्स (ABVIMAS) मनाली और जवाहर माउंटेनरिंग इंस्टीट्यूट (JIM) पहलगाम शामिल हैं.

इन चारों के अलावा सोनम ग्यात्सो पर्वतारोहण संस्थान (SGMI) गंगटोक, भारतीय स्कीइंग और माउंटेनरिंग इंस्टीट्यूट (IISM), गुलमर्ग और हाल ही में अरुणाचल प्रदेश के दिरांग में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनरिंग एंड एलाइड स्पोर्ट्स (NIMAS) ने माउंटेनरिंग कोर्स शुरू किए हैं. 

भारत में पर्वतारोही (mountaineer) कितना कमाते हैं?

एक माउंटेनियर, बेसिक माउंटेनरिंग स्किल्स के साथ स्थानीय परिदृश्य और ट्रेल्स के ज्ञान के साथ; एक महीने में लगभग 30,000 से 45,000 रुपये तक कमाते हैं. मुख्य रूप से पर्वतारोहियों के लिए पैसा कमाने के 8 जरिए हैं, इनमें फोटोग्राफर के तौर पर, फिल्म निर्माता के तौर पर, माउंटेनरिंग गाइड या इंस्ट्रक्टर, पीआर या मार्केटिंग, रेंजर, शू कॉबलर, लेखक और प्रोफेशनल माउंटेनियर प्रोफेशन शामिल हैं.

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