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Starbucks: एक छोटी सी दुकान से हुई थी अरबों डॉलर नेटवर्थ वाली कॉफी चेन की शुरुआत! जानिए स्टारबक्स की कहानी

ग्लोबल कॉफी चेन स्टारबक्स की शुरुआत साल 1971 में हुई थी. स्टारबक्स पूरी दुनिया में अपने शानदार कॉफी प्रोडक्ट्स के लिए जाना जाता है. यहां पर मिलने वाली कॉफी की कहीं तुलना ही नहीं की जा सकती है. स्टारबक्स एक अमेरिकन कॉफी कंपनी है, लेकिन क्या आपको इस कंपनी के शुरुआती सफर के बारे में जानकारी है?

Story of Starbucks Story of Starbucks
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 15 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 10:55 AM IST

अगर आप कॉफी के स्वाद के जानकार हैं या आपको कॉफी बेहद पसंद है तो आपने स्टारबक्स की कॉफी का स्वाद जरूर चखा होगा. स्टारबक्स में आपको अलग-अलग तरह की कॉफी मिलेंगी. कॉफी के साथ-साथ लोगों को कैफे का माहौल भी काफी पसंद आता है. आप किसी भी स्टारबक्स के कैफे में जाएंगे को आप पाएंगे कि ग्राहकों को कंफर्ट देने के लिए यहां सोफे होते हैं. साथ ही, यहां के बरिस्ता (कॉफी बनाने वाले) भी ग्राहकों के साथ काफी प्यार से पेश आते हैं. आज यह अरबों डॉलर नेटवर्थ वाली कंपनी है. दुनिया के 80 देशों में इसके 30 हजार से ज्यादा स्टोर हैं. यहां करीब 4 लाख कर्मचारी काम करते हैं. हालांकि, इसकी शुरुआत की कहानी बेहद साधारण है. लेकिन क्या आपको पता है कैसे हुई थी स्टारबक्स की शुरुआत? 

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कॉफी बीन स्टोर के रूप में हुई शुरुआत
आपने न जाने कितनी बार अपने दोस्तों के साथ बिजनेस करने का प्लान किया होगा. कितनी बार आपने दोस्तों के साथ बैठकर कैफे खोलने की बातें की होंगी. ऐसे ही तीन दोस्त- गॉर्डन बोकर, जेव शिएगल और गेराल्ड बाल्डविन ने 30 मार्च 1971 में एक कॉफी शॉप की शुरुआत की. दुकान की शुरुआत में यहां केवल हाई क्वालिटी कॉफी बीन्स बेचे जाते थे. इन दोस्तों ने अपना पहला कॉफी बीन स्टोर सीऐटल में खोला. 

स्टारबक्स नाम की कहानी
1971 में स्टारबक्स के संस्थापकों ने इस ब्रांड के नाम के लिए एक आर्टिस्ट टेरी हेक्लर (Terry Heckler) के साथ काम किया. वे चाहते थे कि कंपनी का नाम रोमांच की भावना, उत्तर-पश्चिम से जुड़ाव और पहले के दिनों में कॉफी व्यापारियों की समुद्री यात्रा को दर्शाए. ऐसे में गॉर्डन बोकर ने पहले हरमन मेलविले के उपन्यास "मॉबी-डिक" से "पेक्वोड" (Pequod) नाम का सुझाव दिया. नॉवेल में पेक्वोड एक जहाज का नाम था. लेकिन टेरी ने इस नाम पर सहमति नहीं जताई. उसके बाद कुछ और देर ब्रांड के नाम को लेकर चर्चा हुई और अंत में "मॉबी-डिक" नॉवल से ही स्टारबक नाम लिया गया.  

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बीन स्टोर से कैसे कॉफी कैफे बना स्टारबक्स?
1982 में इन्होंने शॉप की मार्केटिंग के लिए मार्केटिंग डायरेक्टर हॉवर्ड शुल्त्स को हायर किया. बाद में, 1983 में  हॉवर्ड शुल्त्स इटली पहुंचे. यहां इन्होंने कॉफी हाउस का कल्चर देखा. उन्होंने पाया कि इटली में हर जगह पर कॉफी हाउस थे. अमेरिका वापस जाने के बाद हॉवर्ड ने स्टारबक्स को कॉफी हाउस के तौर पर एक दुकान खोलने की सलाह दी. 1987 में बाद में हॉवर्ड शुल्त्स ने कुछ और निवेशकों के साथ मिलकल इन तीन दोस्तों से स्टारबक्स खरीद लिया. शुल्त्स ने कॉफी बीन स्टोर को कॉफी शॉप में बदलने का फैसला किया. स्टारबक्स ने तेजी से बढ़ना शुरू किया. हॉवर्ड शुल्त्स ने सिएटल के बाहर अपना पहला स्टोर 1989 में खोला. 1996 तक आते आते कंपनी के अमेरिका भर में 46 शॉप्स खुल गए. 1990 के दशक के अंत में, कंपनी के 140 आउटलेट हो चुके थे.

कर्मचारियों का रखते हैं बेहद ख्याल
खुदरा उद्योग (Retail Industry) में स्टारबक्स पहली ऐसी ब्रांड बनी जो अपने सभी कर्मचारियों को पूर्ण स्वास्थ्य लाभ देती है. इसके साथ ही, स्टारबक्स ने अपने कर्मचारियों को पार्टनर कहना शुरू किया. स्टारबक्स अपने कर्मचारियों कॉफी बीन स्टॉक के रूप में कंपनी में हिस्सेदारी भी ऑफर करती है.

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