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एजुकेशन न्यूज़

जानिए अग्न‍िपथ के बारे में वो 10 बातें जो कम ही लोग जानते होंगे...

aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 22 जून 2022,
  • अपडेटेड 6:49 PM IST
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केन्‍द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 14 जून को सेना में युवाओं की भर्ती के लिए अग्निपथ स्‍कीम की घोषणा की. ये स्कीम आते ही देश के कई राज्यों में विरोध शुरू हो गया. कई राज्यों से हिंसक प्रदर्शन हुए. युवाओं का तर्क है कि कोरोना के चलते तीन सालों तक सेना में भर्ती नहीं हुई और अब अचानक ये स्कीम, हमारे साथ ये धोखा हुआ है. वहीं सरकार युवाओं को भ्रम‍ित बता रही है, जानिए क्या हैं वो तथ्य जिन पर सरकार युवाओं को भ्रम‍ित बता रही है. 

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सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं ने कई सवाल उठाए हैं, उनमें से एक बड़ा सवाल यह है कि चार साल अगर 10वीं या 12वीं पास करके अभ्यर्थी सेना में भर्ती हो जाएगा, उसे आगे की पढ़ाई करने का मौका कैसे मिलेगा. इसको लेकर सरकार ने केंद्र सरकार के अलग अलग मंत्रालय उनको भर्ती में प्राथमिकता देने और उनकी श‍िक्षा और कौशल विकास की बात कर रहे हैं.

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इसके तहत राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS) रक्षा प्राधिकरण के साथ समन्वय में एक कार्यक्रम स्थापित कर रहा है जिसमें 10वीं पास 'अग्निवीरों' के लिए शिक्षा जारी रखने और अनुकूल पाठ्यक्रम विकसित कर 12वीं का प्रमाणपत्र प्राप्त करने का अवसर दिया जाएगा. स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने इसकी घोषणा की है. 

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अगर अग्निवीरों के भविष्य की बात करें तो सरकार ने युवाओं के इस सवाल पर भी अपने तथ्य रखें हैं. इसके अनुसार कहा गया है कि जो उद्यमी बनना चाहते हैं उनके लिए वित्तीय पैकेज और बैंक से कर्ज की योजना है. जो आगे पढ़ना चाहते हैं उन्हें 12वीं कक्षा के बराबर सर्टिफिकेट दिया जाएगा और आगे की पढ़ाई के लिए ब्रिजिंग कोर्स होगा. वहीं जो नौकरी करना चाहते हैं उन्हें सीएपीएफ यानी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों तथा राज्य पुलिस में भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी. अन्य क्षेत्रों में भी उनके नौकरियों के कई अवसर खोले जा रहे हैं. 

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पूर्वी कमान के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल केके रेप्सवाल ने बताया कि अग्निपथ योजना के तहत युवाओं की भर्ती की जाएगी. इसके बाद उन्हें 10 हफ्ते से लेकर 6 महीने तक का प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके बाद उन्हें चार साल की सेवा के लिए भेजा जाएगा. चार साल सेवा को लेकर भी अभ्यर्थी ये सवाल उठा रहे हैं कि अग्निपथ के कारण युवाओं के लिए अवसर कम हो जाएंगे. वहीं सरकार का तर्क है कि युवाओं के लिए सेना में नौकरी के अवसरों में वृद्धि होगी. आने वाले वर्षों में, सेना में अग्निवीरों की भर्ती मौजूदा स्तर के तीन गुना हो जाएगी. 

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दो साल पहले मेडिकल और फिजि‍कल क्वॉलीफाई कर चुके छात्रों का तर्क है कि अभी तक हमारे एग्जाम को पेंडिंग मे डाल रखा है. दो-तीन बार एडमिट कार्ड जारी हो चुका है, उसके बाद अब एग्जाम रद्द करके चार साल की बहाली ला रहे हैं. ये युवाओं के  साथ अन्याय है. वहीं सरकार इस योजना को युवाओं के लिए नया अवसर बता रही है. 

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ये हैं अग्न‍िवीर बनने की प्रक्र‍िया 

- अग्निवीर बनने के लिए उम्‍मीदवार की आयु 17.5 साल से 21 वर्ष के (इस साल के लिए अधिकतम आयु सीमा 23 वर्ष है) बीच होनी चाहिए.
- सेना इसके लिए स्‍पेशल रिक्रूटमेंट रैली आयोजित करेगी और कैंपस इंटरव्‍यू आयोजित किए जाएंगे.
- भर्ती के लिए 10वीं और किसी भी स्‍ट्रीम से 12वीं पास युवा आवेदन करने के पात्र होंगे.
- सेनाओं ने स्‍पष्‍ट किया है कि अब केवल अग्निपथ स्‍कीम के तहत ही सेना में भर्तियां ली जाएंगी और पूर्व की भर्ती प्रणाली खत्म होगी.
- भर्ती कुल 4 साल के लिए होगी और अधिकतम 25 प्रतिशत अग्निवीरों को ही सेना में पर्मानेन्‍ट कमीशन पर रखा जा सकेगा.
- इस दौरान पहले साल 30,000/- से लेकर चौथे साल 40,000/- तक का पैकेज अग्निवीरों को दिया जाएगा. इसके अलावा जोखिम, राशन,वर्दी और उपयुक्‍त यात्रा भत्‍ता भी दिया जाएगा.

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