बचे हुए 15 दिनों में सबसे पहले मैथ्स के सिलेबस को अलग-अलग पार्ट में बांट ले ताकि कठिन टॉपिक के लिए ज्यादा समय न लगे.
चैप्टर वाइज फॉर्मूला की लिस्ट बनाकर अपने स्टडी रूम में चिपका लें. मैथ्स के जिस सेक्शन में आपको परेशानी होती है, उसे बार-बार प्रैक्टिस करें.
मैथ्स के आसान टॉपिक को 2-3 दिन में कंप्लीट कर लें. परीक्षा से पहले सिलेबस की रिलीजन और प्रत्येक टॉपिक से सवाल जरूर प्रैक्टिस करें.
मैथ्स में Geometry का टॉपिक काफी महत्वपूर्ण होता है. बोर्ड परीक्षा में ट्रिग्नोमेट्री से 12 नंबर, मेन्सुरेशन से 10 नंबर, स्टैटिस्टिक्स और प्रोबेबिलिटी से 11 नंबर के सवाल पूछे जाते हैं.
मैथ्स के बेसिक फॉर्मूला और नियमों का बार-बार प्रैक्टिस करें. ऐसा करने से परीक्षा में आपको सवाल हल करने में परेशानी नहीं होगी.
परीक्षा हॉल में क्वेश्चन पेपर मिलते ही सभी प्रश्नों को ध्यान से पढ़ें.अगर आपने सवाल को ध्यान से पढ़ लिया तो आधा सवाल तो वहीं हल हो जाता है.
परीक्षा के समय टाइम मैनेज करना काफी जरूरी है. नहीं तो आप सभी सवालों के जवाब नहीं दे पाएंगे.
परीक्षा के दौरान बिल्कुल घबराएं नहीं, कई बार स्टूडेंट्स घबराहट में गलतियां कर देते हैं. हमेशा कॉन्फिडेंट होकर परीक्षा दें.