Delhi Sports School to start from July: केजरीवाल सरकार का दिल्ली स्पोर्ट्स स्कूल नए सत्र से शुरू हो जाएगा. स्पोर्ट्स स्कूलकक्षा 6 से 9 के लिए इस सत्र से ही शुरू हो जाएगा जिसके लिए टैलेंट स्काउटिंग द्वारा खेल प्रतिभाओं को चुना जा रहा है. शिक्षा मंत्री ने आतिशी मार्लेना बताया कि इस स्कूल में देशभर की खेल प्रतिभाओं को शामिल किया जाएगा जिन्हें हम शानदार स्पोर्ट्स फैसिलिटीज और वर्ल्ड-क्लास ट्रेनिंग देकर अंतराष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए पदक जीतने के लिए तैयार करेंगे. दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी ने अंतराष्ट्रीय संस्थानों के साथ एमओयू भी साइन किए हैं जिसके तहत राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय कोच स्कूल में बच्चों को ट्रेनिंग देंगे. इस स्कूल में 10 ओलंपिक खेलों को शामिल किया गया है.
शिक्षा मंत्री आतिशी का कहना है कि अबतक देश में हमेशा पढ़ाई और खेल को अलग-अलग माना गया है. यही कारण है कि इतनी बड़ी जनसंख्या होने के बावजूद भी ओलंपिक में जब पदक तालिका देखी जाती है तो हम बहुत नीचे होते हैं. केजरीवाल सरकार इस अवधारणा को बदलने का काम कर रही है. हम दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी और इसके अंतर्गत दिल्ली स्पोर्ट्स स्कूल के द्वारा ये माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं जहां खिलाडियों का खेल ही उनकी पढ़ाई होगी और देश का हर आदमी कह सकेगा कि खेल भी पढाई है.
1. स्पोर्ट्स स्कूल में बच्चों के लिए बनाया जा रहा है 4 मंजिला शानदार हॉस्टल
केजरीवाल सरकार का दिल्ली स्पोर्ट्स स्कूल एक रेजिडेंशियल स्कूल है. जहां छात्र व छात्राओं के लिए अलग-अलग हॉस्टल है. स्कूल परिसर में ही मौजूद 4 मंजिला इस हॉस्टल में छात्रों के लिए किचेन मेस सहित अन्य सभी सुविधाएं मौजूद हैं.
2. स्टूडेंट्स को अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोचों से मिलेगा विश्वस्तरीय प्रशिक्षण
दिल्ली स्पोर्ट्स स्कूल में एनरोल्ड स्टूडेंट्स को विशेष कोचों के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग दी जाएगी. शैक्षणिक प्रदर्शन के साथ-साथ उनके खेल प्रशिक्षण और प्रदर्शन का लगातार मूल्यांकन किया जाएगा. स्कूल के स्टूडेंट्स को वर्ल्ड-क्लास कोचिंग प्रदान करने के लिए स्कूल पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों और एक्सपर्ट ट्रेनर्स को चुनेगी. साथ ही यहां विश्व स्तरीय स्पोर्ट्स कोचिंग और सुविधाओं के अलावा, स्कूल में स्पोर्ट्स साइंस सेंटर और एथलीट मॉनिटरिंग सिस्टम भी स्थापित किया जाएगा जो साइंटिफिक तरीकों से स्टूडेंट्स के खेल प्रदर्शन को बेहतर करने में मदद करेगा.
3. दिल्ली स्पोर्ट्स स्कूल की विशेषताएं-
-250 लोगों की क्षमता वाला ऑडीटोरियम
-स्पोर्ट्स साइंस लैब
-आईटी सेंटर रूम
-टेबल टेनिस कोर्ट
-स्विमिंग पूल
-मल्टीपल स्पोर्ट्स ट्रेनिंग ब्लाक( कुश्ती,मुक्केबाजी और निशानेबाजी के लिए)
-हॉस्टल मेस
-मल्टीपर्पस रूम/ रीडिंग रूम
-अकेडमिक ब्लाक
-वेटलिफ्टिंग हॉल
-वार्म-अप ट्रैक
-4 मंजिला हॉस्टल
क्या है दिल्ली स्पोर्ट्स स्कूल?
यह को-एड विद्यालय पूरी तरह आवासीय होगा तथा छात्र और छात्राओं के लिए अलग-अलग हॉस्टल सुविधा उपलब्ध होंगी. स्कूल 10 चुने गए ओलंपिक खेलों के लिए खेल प्रशिक्षण और सुविधाएं प्रदान करेगा, इनमें आर्चरी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, शूटिंग, वेटलिफ्टिंग, रेसलिंग, बॉक्सिंग, स्विमिंग, टेबल टेनिस और लॉन टेनिस शामिल हैं. शिक्षा मंत्री के मुताबिक स्पोर्ट्स स्कूल का मकसद एक विशेष और अनुकूलित स्पोर्ट्स इंटीग्रेटेड करिकुलम के माध्यम से स्टूडेंट्स के समग्र विकास को सुनिश्चित करते हुए स्पोर्ट्स चैंपियन तैयार करना होगा.
एडमिशन के लिए यहां करना होगा रजिस्ट्रेशन
स्कूल में दाखिले के लिए www.dsu.ac.in/registration लिंक पर जाकर ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा.
ये है चयन प्रक्रिया
इस स्कूल के लिए छात्रों का चयन देश के अलग अलग राज्यों में स्काउट कैम्प लगाकर तथा विभिन्न फिजिकल परीक्षाएं आयोजित करके किया जाएगा. इन कैम्पों में छात्रों को विभिन्न परीक्षाएं जैसे मॉटार एबिलिटी टेस्ट, स्पीड एंड्योरेंस, एजिलिटी टेस्ट आदि देने होंगे. हर स्पोर्ट के लिए एक खास तरह का टेस्ट देना होगा. इसे पास करने के बाद ही कैंडिडेट्स का सेलेक्शन होगा. चुने हुए कैंडिडेट्स को दिल्ली में एडमिशन मिलेगा. दिल्ली में लड़के और लड़कियों के लिए खास अलग-अलग रेजिडेंशियल स्कूल हैं, जिनमें रहकर वो अपनी पढ़ाई, स्पोर्टस और ट्रेनिंग साथ साथ जारी रख सकेंगे.