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एजुकेशन न्यूज़

मर्चेंट नेवी के अफसर ने श‍िप पर देखा IAS बनने का सपना, चौथे अटेंप्‍ट में ऐसे निकाला UPSC

मानसी मिश्रा
  • नई द‍िल्‍ली,
  • 28 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 4:41 PM IST
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बिहार के भोजपुर जिले के आरा शहर में जन्‍मे पारितोष पंकज ने पांच साल की अपनी तैयारी के बाद मर्चेंट नेवी में अफसर के पद से आईएएस बनने का ख्‍वाब पूरा कर लिया. उन्‍होंने अपने इस सफर के बारे में aajtak.in से बातचीत की. आइए जानते हैं उनका सफर...

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UPSC की परीक्षा में 2019 में 142वीं रैंक पाने वाले पारितोष पंकज ने आरा से 12वीं तक की पढ़ाई की. इसके बाद जैसा कि आम तौर पर बच्‍चे इंजीनियर-डॉक्‍टर बनने में जुट जाते हैं. उन्‍होंने भी आईआईटी की तैयारी शुरू कर दी और जल्‍द उनका सेलेक्‍शन भी हो गया. 

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आईआईटी की मेरिट लिस्‍ट के हिसाब से उन्‍हें मुंबई में टीएच चाणक्‍य से मर्चेंट नेवी के कोर्स में दाख‍िला मिला. यहां से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद उन्‍हें मर्चेंट नेवी के तहत जर्मनी की शिप में काम मिल गया. यहां 2015 तक नौकरी करते रहे. 

 

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इसी दौरान उन्‍हें यूपीएससी की तैयारी का जुनून सवार हो गया. वो प्रशासनिक सेवाओं के जरिये देश के लिए कुछ अलग करने का सपना देखने लगे. फिर बस नौकरी छोड़कर किताबों की दुनिया में वापस लौट आए. वापस आकर उन्‍होंने यूपीएसी की तैयारी शुरू कर दी.

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पारितोष बताते हैं क‍ि 2016 उनका पहला प्रयास था. सच में ये एक गोल्‍डन प्रयास होता है, क्‍योंकि अब तब आप पूरी तरह निर्भीक होते हैं. मैंने पहले प्रयास में बहुत कुछ सीखा. यही वजह रही कि दूसरे अटेंप्‍ट की तैयारी तक मेरा सिलेबस बहुत क्‍लियर हो चुका था.

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वो दूसरे प्रयास में ही मेंस पास करके इंटरव्‍यू राउंड तक पहुंच गए. लेकिन किस्‍मत शायद तब साथ नहीं थी. इंटरव्‍यू राउंड में वो क्‍लीयर नहीं कर पाए और इससे काफी निराश भी हुए. पारितोष कहते हैं क‍ि मैं पूरी तरह कांफीडेंट था कि इस बार तो मेरा हो ही जाएगा.

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वो कहते हैं क‍ि लेकिन हर अभ्‍यर्थी जो यूपीएससी की तैयारी कर रहा है, उसे ये याद रखना चाहिए कि यूपीएससी परीक्षा सिर्फ आपके ज्ञान को परखने की परीक्षा नहीं है, इसमें आपके पूरे व्‍यक्‍त‍ित्‍व का परीक्षण होता है ताकि ये पता लगाया जा सके कि आप एक बेहतर प्रशासनिक क्षमताएं संभालने योग्‍य हैं या नहीं. वो कहते हैं क‍ि इसीलिए मैंने तीसरी बार फिर से तैयारी की, और इस बार भी मैं मेन्‍स तक पहुंच गया लेकिन इंटरव्‍यू के बाद जब लिस्‍ट आई तो कुछ नंबर से मैं बाहर था, लेकिन इस बार ये निराशा बहुत ज्‍यादा नहीं थी, इसलिए फिर से तैयारी में जुट गया. 

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इस बार मेरी तैयारी काफी अच्‍छी थी. मैंने मेन्‍स परीक्षा निकाल ली और इंटरव्‍यू की तैयारी में जुट गया. फ‍िर 2020 में अक्‍टूबर का वो दिन भी आया जब यूपीएससी 2019 का रिजल्‍ट सामने था. इस बार मेरा नाम लिस्‍ट में 142वें नंबर पर था. इस एक पल ने जैसे मेरे कठ‍िन सफर की पूरी थकन मिटाकर मुझे मंजिल तक पहुंचा दिया था. 

वो कहते हैं कि‍ मैं अभ्‍यर्थ‍ियों को बस इतना ही कहना चाहूंगा कि आपको किसी शॉर्टकट का सहारा नहीं लेना चाहिए. मेंस की तैयारी के लिए आंसर राइटिंग की ज्‍यादा से ज्‍यादा प्रैक्‍ट‍िस करनी चाहिए. इसके अलावा मोटिवेशन के लिए आपके पास ऐसे दोस्‍त होने चाहिए जो आपके भीतर की अच्‍छी चीजें बताकर आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहें.

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