कोरोना की वजह से तकरीबन एक साल से बंद स्कूलों को अब धारे-धीरे खोला जा रहा है. पांच राज्य सरकारों ने छात्रों और कर्मचारियों के लिए कई कोविड -19 स्वास्थ्य और सुरक्षा दिशानिर्देशों के साथ अपने क्षेत्रों में स्कूलों और कॉलेजों को एक मार्च यानी आज से खोल दिया है. इनमें यूपी बिहार से लेकर हरियाणा, छत्तीसगढ़ और झारखंड जैसे राज्य शामिल हैं.
अब तक देश भर में बच्चों के स्कूल बंद होने से छात्र अपने घरों से ऑनलाइन कक्षाओं में भाग ले रहे थे. वहीं दूरस्थ क्षेत्रों में संसाधनों की कमी और उचित इंटरनेट कनेक्शन न होने के कारण यह सभी छात्रों के लिए संभव नहीं था. सरकारी स्कूलों के बड़ी संख्या में बच्चों के सामने ऑनलाइन क्लास की उपलब्धता न होने के चलते उनको पढ़ाई से दूरी बनाए हुए एक साल होने को है.
उत्तर प्रदेश में एक मार्च से कक्षा 1 से 5 तक के लिए स्कूलों को फिर से खोला गया है. अतिरिक्त मुख्य सचिव (बेसिक शिक्षा) रेणुका कुमार ने पहले स्कूलों से कहा था कि वे ऑफलाइन कक्षाएं संचालित करने के लिए खुद को तैयार करें. छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, कक्षाओं को साफ किया जाएगा. सभी स्कूलों में थर्मल स्कैनिंग, फेस मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी.
बिहार में भी एक मार्च से कक्षा 1 से 5 के लिए राज्य में स्कूलों को फिर से खोला गया है. स्कूलों को वैकल्पिक दिनों में प्रत्येक बैच के लिए कक्षाएं आयोजित करने की अनुमति दी गई है. सरकार ने स्कूलों को फिर से खोलने के लिए दिशानिर्देश जारी किए थे. वहीं, बिहार में 4 जनवरी को कक्षा 9 से 12 के छात्रों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं शुरू हुई थीं. फिर 8 फरवरी को बिहार के स्कूलों को कक्षा 6 से 8 के छात्रों के लिए फिर से खोल दिया गया.
वहीं हरियाणा में कक्षा 1 और 2 के नियमित सत्रों के लिए 1 मार्च से स्कूलों को फिर से खोला गया है. स्कूल का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक रखा गया है. छात्रों के माता-पिता को स्कूलों में भेजने से पहले स्कूल प्रमुख / कक्षा शिक्षक को एक सहमति पत्र देना होगा. इसके अलावा, जो माता-पिता ऑनलाइन शिक्षा जारी रखना चाहते हैं, वो स्कूल भेजने को बाध्य नहीं होंगे.
COVID-19 महामारी के कारण लगभग एक साल से बंद चल रहे झारखंड के स्कूल-कॉलेजों और कोचिंग सेंटरों को एक मार्च से फिर से खोला गया है. यहां कक्षा 8 और उससे ऊपर के छात्रों के लिए स्कूल फिर से खुलेंगे. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि स्कूली छात्रों को उनके माता-पिता की सहमति से ही कक्षाओं में बुलाया जाएगा.
मिजोरम राज्य भी एक मार्च से अपने कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और अन्य उच्च शैक्षणिक संस्थानों को फिर से खोल रहा है. सभी कॉलेज अधिकारियों को प्रवेश पर अनिवार्य थर्मल स्क्रीनिंग करने और मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का सख्ती से पालन करने के लिए कहा गया. मेघालय ने कक्षा 9 से 12 के लिए पहले ही अपने स्कूलों को फिर से खोल दिया है.