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'सॉरी मॉम-डैड मैं अच्छी बेटी नहीं' लिखकर LLB की छात्रा ने हॉस्टल के कमरे में दी जान

लखनऊ की एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी में एलएलबी कर रही छात्रा की रूममेट अलीशा खान ने कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद असिस्टेंट वार्डन दीप्ति मिश्रा ने गार्ड की मदद से दरवाजा तोड़ा. अंदर जाने पर छात्रा मृत मिली. पुलिस को छात्रा के रूम से एक नोट भी मिला जिसमें लिखा था "सॉरी मॉम डैड, मैं अच्छी बेटी नहीं."

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
आशीष श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 10 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 2:51 PM IST

Student Suicide: लखनऊ की जानी-मानी प्राइवेट यूनिवर्सिटी में 20 साल की छात्रा का आत्महत्या का मामला सामने आया है. मल्हौर स्थित एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में बीए एलएलबी की सेकेंड ईयर की छात्रा अक्षिता उपाध्याय (20) ने आत्महत्या कर ली. छात्रा मथुरा की रहने वाली थी. पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें लिखा था, "सॉरी मॉम डैड, मैं अच्छी बेटी नहीं."

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घटना 10 जनवरी 2025 की सुबह 8:20 बजे की है. जानकारी के अनुसार, अक्षिता की रूममेट अलीशा खान ने कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद असिस्टेंट वार्डन दीप्ति मिश्रा ने गार्ड की मदद से दरवाजा तोड़ा. अंदर जाने पर अक्षिता मृत मिली.

घटना की सूचना पर डीसीपी ईस्ट जोन शशांक सिंह मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला लगता है. अक्षिता का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है. अक्षिता के परिजनों को भी घटना की जानकारी दे दी गई है.

फिलहाल छात्रा के आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है और छात्रों से किसी भी परेशानी में परामर्श लेने की अपील की है. यह घटना न केवल विश्वविद्यालय बल्कि समाज के लिए भी गंभीर चिंता का विषय है. ऐसे मामलों में छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और तनाव प्रबंधन को प्राथमिकता देना आवश्यक है.

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नोट:- (अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)

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