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'मैं PMO के लिए गोपनीय काम कर रहा हूं...' ऐसे पकड़ा गया धौंस जमाने वाला फर्जी IAS

पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने तलेगांव दाभाडे से खुद को आईएएस अधिकारी बताकर ठगी करने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया है. यह शख्स औंध इलाके की एक सोसायटी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर आया था.

Fake IAS Officer Fake IAS Officer
पंकज खेळकर
  • पुणे,
  • 01 जून 2023,
  • अपडेटेड 4:53 PM IST

यूपीएससी ने हाल ही में सिविल सर्विस सेवा परीक्षा 2022 का रिजल्ट जारी किया था. यूपीएससी रिजल्ट जारी होने के बाद कई उम्मीदवारों की सफलता के पीछे संघर्ष की कहानियां सामने आई थी, जिन्होंने सालों-साल कड़ी मेहनत की, धैर्य रखा, कई मुश्किलों का सामना किया, उसके बाद जाकर कामयाबी मिली. लेकिन हाल ही में खुद को IAS बताकर ठगी करने वाला जालसाज पकड़ा गया है. अपने झूठे पद की हनक दिखाकर पुणे के बनेर में एक सामाजिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचा था. वह खुद को दिल्ली में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में उप सचिव होने का नाटक कर रहा था.

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कैसे क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ा फर्जी IAS?
पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने तलेगांव दाभाडे से खुद को आईएएस अधिकारी बताकर ठगी करने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया है. यह शख्स औंध इलाके की एक सोसायटी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर आया था. उसके बाद पुलिस को उस पर शक हुआ और उससे और पूछताछ की तो ठगी का मामला सामने आया. उसके खिलाफ चतुश्रृंगी थाने में मामला दर्ज किया गया है.

दरअसल, 29 मई को औंध पुणे बॉर्डर लेस वर्ल्ड फाउंडेशन के कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर को सहायता भेजने के लिए औंध क्षेत्र में सिंध हाउसिंग सोसाइटी में एक एम्बुलेंस समर्पण समारोह आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद डॉ. को बताया था कि वह आईएएस अधिकारी है और प्रधानमंत्री कार्यालय में सचिव के रूप में गोपनीय रूप से काम कर रहे हैं. लेकिन जब संगठन के पदाधिकारियों ने उनसे और सवाल पूछे तो उन्हें उनके आईएएस पद पर संदेह हुआ. इसके बाद संस्था ने पुलिस को सूचना दी. 

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कौन हैं फर्जी आईएएस अधिकारी?
गिरफ्तार फर्जी आईएएस अधिकारी का नाम डॉ. विनय देव उर्फ वासुदेव निवृत्ति तायडे (उम्र 54 वर्ष, प्लॉट नंबर 336, रणवारा रे हाउस, तलेगांव दाभाडे, पुणे) बताया गया है. वासुदेव तायडे ने अपना असली नाम बदलकर डॉ. विनय देव का नाम धारण कर लिया था. वह लोगों को बता रहा था कि वह एक आईएएस अधिकारी है और प्रधानमंत्री कार्यालय में गोपनीय काम करता है.

घर से गिरफ्तार से हुआ आरोपी
पुणे पुलिस की अपराध शाखा ने विनय देव का पता लगाया और उसे तालेगांव दाभाडे स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया. आगे पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसका असली नाम वासुदेव तायदे था. तायडे के खिलाफ चतुर्शृंगी पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 419, 170 के तहत मामला दर्ज किया गया है और पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है. 

 

 

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