
RSS से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने बृहस्पतिवार को कहा कि वो शैक्षणिक संस्थानों में फीस में किसी भी तरह की बढ़ोतरी का विरोध करती है और केंद्रीय विश्वविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव कराने का समर्थन करती है. यह बात एबीवीपी ने 69वें राष्ट्रीय सम्मेलन के लिए पोस्टर लॉन्च कार्यक्रम में कही.
एबीवीपी राष्ट्रीय महासचिव याज्ञवल्क्य शुक्ला ने इस मौके पर कहा कि एबीवीपी किसी भी शैक्षणिक संस्थान में फीस वृद्धि के खिलाफ है और शिक्षा के अधिकार में दृढ़ता से विश्वास करती है. हम इस बात का समर्थन करते हैं कि हर शैक्षणिक संस्थान में छात्र संघ चुनाव कराए जाने चाहिए और यह हमारे संगठन की शुरुआत से ही मांग रही है. 69वें राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान देश के युवाओं और शैक्षिक विकास से संबंधित विभिन्न मुद्दों के साथ-साथ छात्रों से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.
शुक्ला ने कहा कि दिल्ली में आयोजित हो रहे इस राष्ट्रीय सम्मेलन में देश भर के छात्र, शिक्षक और शिक्षाविद् नई शिक्षा नीति के कार्यान्वयन, छात्र संघ चुनाव और इन मुद्दों के संबंध में एबीवीपी की भविष्य की योजनाओं सहित सार्थक संवाद में शामिल होंगे. सम्मेलन बुराड़ी के डीडीए ग्राउंड में होगा, जहां टेंट सिटी 'इंद्रप्रस्थ नगर' का निर्माण शुरू हो चुका है. इस चार दिवसीय कार्यक्रम में देश भर से 10,000 से अधिक छात्र भाग लेंगे.
इस टाउनशिप का मुख्य हॉल एबीवीपी के पूर्व राष्ट्रीय संगठनात्मक सचिव और वरिष्ठ आरएसएस नेता मदन दास देवी को समर्पित है. इसके अतिरिक्त, टाउनशिप के द्वारों का नाम महाराजा सूरजमल और महाराजा मिहिर भोज जैसी ऐतिहासिक हस्तियों के नाम पर रखा गया है.
अपनी 75वीं संगठनात्मक यात्रा के हिस्से के रूप में, एबीवीपी स्टूडेंट्स एक्सचेंज इन इंटरस्टेट लिविंग (एसईआईएल) कार्यक्रम के तहत 'पूर्वोत्तर अध्ययन यात्रा' का आयोजन करेगी. इस पहल का उद्देश्य विभिन्न राज्यों के छात्रों को भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों की सांस्कृतिक, सामाजिक और पारिवारिक संरचनाओं के बारे में गहन जानकारी प्रदान करना है. इस पहल के तहत, विभिन्न राज्यों के 75 छात्र 5 नवंबर को असम के गुवाहाटी से 'भारत' की प्राकृतिक विविधता और इसकी सामाजिक और पारिवारिक संरचनाओं को समझने और सीखने के लिए यात्रा करेंगे.