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इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र के साथ हुई अभद्रता के मामले में आज तीसरे दिन भी प्रदर्शन जारी है लेकिन आज सामने आया घटना के ऑडियो ने छात्रों का गुस्सा और भड़का दिया है.
छात्र के साथ हुई अभद्रता का ऑडियो वायरल होने के बाद विश्वविद्यालय के छात्रों में ज्यादा आक्रोश नजर आ रहा और ऑडियो को लेकर छात्रों ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय सड़क पर जाम लगाकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय लाइब्रेरी गेट पर भी धरने पर बैठ गए हैं. छात्र लगातार प्रशासन से आरोपी इलाहाबाद विश्वविद्यालय कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के SSL छात्रावास के रहने वाले अभिषेक गुप्ता ने चीफ प्रॉक्टर कार्यालय के अंदर हॉस्टल के वार्डन समेत कई कर्मचारियों पर अपने साथ अभद्रता और रैगिंग करने का आरोप लगाया था. प्रदर्शन में शामिल एक छात्र ने बताया कि पीड़ित छात्र अभिषेक गुप्ता को 29 जनवरी को चीफ प्रॉक्टर कार्यालय में बुलाया गया और पेंट उतरवाकर मारपीट की और भद्दी-भद्दी गालियां दीं.
पीड़ित छात्र ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस घटना के बारे में बता-बता कर थक गया हूं, मुझे बताने में शर्म आती है, मैं न्याय चाहता हूं, प्रॉक्टर इस्तीफा देदे, मुझे पढ़ना लिखना है, मेरे करियर को हानि नहीं पहुंचनी चाहिए. छात्र ने बताया कि इस घटना के दौरान मेरा फोन इन्होंने छीन लिया था जिसमें घटना के दिन की ऑडियो रिकॉर्ड हो गई.
छात्र और प्रशासन एक-दूसरे के खिलाफ थाने पहुंचे
पीड़ित छात्र ने विश्वविद्यालय के कर्मचारियों के खिलाफ बाकायदा प्रयागराज के कर्नलगंज थाने में छात्र ने लिखित शिकायत भी दी तो वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी आरोप लगाने वाले छात्र के खिलाफ अपनी ओर से एक लिखित शिकायत प्रयागराज के कर्नलगंज थाने में दे दी. लेकिन अब इस मामले से संबंधित एक ऑडियो काफी वायरल हो रहा है और ऐसा बताया जा रहा है यह ऑडियो छात्र के साथ हुई घटना के दिन का है.
आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे छात्र
पीड़िता छात्र के साथ अभद्रता का ऑडियो तेजी से वायरल होने के बाद विश्वविद्यालय के छात्रों में आक्रोश है. नाराज छात्रों ने गुरुवार को इलाहाबाद विश्वविद्यालय की सड़क को जाम कर दिया. इसके अलावा इलाहाबाद विश्वविद्यालय लाइब्रेरी गेट को बंद कर वहीं धरने पर बैठ गए और आने-जाने का रास्ता ब्लॉक कर दिया था. प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है जब तक आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी तब तक हम लोग प्रदर्शन जारी रखेंगे. हालांकि जाम की वजह से मौके पर कर्नलगंज थाने के अलावा कई थानों की फोर्स पहुंच गई और छात्रों को समझने की कोशिश की लेकिन पिछले कई घंटे तक चक्का जाम समाप्त नहीं हो सका.
कुलसचिव प्रोफेसर पर फेंकी स्याही
इस प्रदर्शन के बीच प्रोफेसर एन के शुक्ला छात्रों से उनके मांगों का ज्ञापन लेने पहुंचे तो किसी ने उन पर स्याही फेंक दी. इससे उनके चेहरे और आखों में असर हुआ है. उन्हें पुलिस और सुरक्षा गार्डों की मदद से भीड़ से बाहर निकाला गया. इसका आरोप विश्वविद्यालय प्रदर्शन में शामिल प्रदर्शनकारी छात्रों पर लगा है. इसकी एक लिखित शिकायत प्रयागराज के कर्नलगंज थाने में दी गई है. यही नहीं दी गई शिकायत नाम में छात्रों पर कैंपस में पठन पाठन और चल रही परीक्षाओं में व्यवधान पहुंचाने का आरोप लगाया है. इसके अलावा लिखे गए पुलिस कमिश्नर को एक लेटर में पर्याप्त पुलिस बल तैनात करने की मांग का एक लेटर भी संबंधित पुलिस अधिकारी को भेजा गया है.
क्या कहता है इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन?
इससे पहले इस मामले में इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन का ये कहना है कि छात्रों के द्वारा लगाए गए आरोप बुनियाद है और छात्र के आने जाने से लेकर सारा सीसीटीवी हमारे पास मौजूद है तो वहीं दूसरी तरफ विश्वविद्यालय प्रशासन ने हॉस्टल के वार्डन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके हॉस्टल के सारे अधिकार छीन लिए हैं. लेकिन एक ऑडियो के सामने आने के बाद अब विश्वविद्यालय के छात्रों में आक्रोश है और पूरे प्रॉक्टररिया बोर्ड के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं.