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दोस्तों से मजाक-मजाक में किया था वादा कि NDA में ऑल इंडिया टॉप करूंगा, ...और कर दिखाया

गुरुग्राम के निजी स्कूल में पढ़ने वाले अनुराग सांगवान ने जनवरी सितंबर 2022 में दिया था NDA का एंट्रेंस एक्ज़ाम और जनवरी 23 में की एसएसबी ट्रेनिंग की. उन्हें स्कूल प्रिंसिपल ने मना किया था कि बेटा अनुराग 12 वीं की बोर्ड की परीक्षा है दो नावों में पैर रख के मत चलो. लेकिन अनुराग ने दो नावों में सवार हो तय किया NDA में टॉप करने तक का सफर. 

NDA Topper Anurag Sangwan NDA Topper Anurag Sangwan
aajtak.in
  • चरखी दादरी ,
  • 19 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 7:44 PM IST

चरखी दादरी के गांव चंदेनी निवासी अनुराग सांगवान ने कमाल ही कर दिया. टीचर्स मना करते रहे, फिर भी दोस्तों से किया वादा मानो पूरा करना ही था. अनुराग अपने लक्ष्य में जुटा रहा और एनडीए टॉपर 2023 बनकर दिखा दिया. 

अनुराग सांगवान ने अपने रिटायर्ड अध्यापक दादा-दादी से प्रेरणा लेते हुए NDA की 2022 परीक्षा में सफलता प्राप्त करते हुए देश भर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. गांव की पृष्ठभूमि से निकले बेटे की इस उपलब्धि पर जहां गांव में जश्न का माहौल है और मिठाइयां बांटकर खुशियां मनाईं. वहीं ग्रामीणों द्वारा अनुराग सांगवान को सम्मानित करने का भी निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अनुराग को फोन कर बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की है. 

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स्कूल प्रिंसिपल ने कहा दो नावों में पैर मत रखो

गुरुग्राम के निजी स्कूल में पढ़ने वाले अनुराग सांगवान ने जनवरी सितंबर 2022 में दिया था NDA का एंट्रेंस एक्ज़ाम और जनवरी 23 में की एसएसबी ट्रेनिंग की. उन्हें स्कूल प्रिंसिपल ने मना किया था कि बेटा अनुराग 12 वीं की बोर्ड की परीक्षा है दो नावों में पैर रख के मत चलो. लेकिन अनुराग ने दो नावों में सवार हो तय किया NDA में टॉप करने तक का सफर. शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा और शहीद मेजर संदीप उन्नीकृष्णन की कहानियों से प्रेरित होकर देश सेवा में जाने का फ़ैसला किया था. अनुराग के पिता मानेसर की निजी कंपनी में फाइनेंस डिपार्टमेंट में कार्यरत है तो वही अनुराग की माता निजी स्कूल में मैथ की टीचर हैं.

दोस्तों से किया था वादा 

अनुराग ने दोस्तों के साथ मजाक मजाक में एनडीए टॉप करने का प्रॉमिस किया था. आज उसी प्रॉमिस के चलते अनुराग सांगवान ने एनडीए में टॉप कर दिखाया है. जीवक सांगवान ने बेटे की इस उपलब्धि पर उनकी मेहनत और लक्ष्य निर्धारित करने पर सभी ने बधाइयां दी हैं. 

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फौजियों का गांव है जन्मस्थली 

बता दें कि चरखी दादरी जिला के अंतिम छोर पर बसे गांव चंदेनी को फौजियों का गांव माना जाता है. अब तक गांव में करीब 35 युवाओं ने सेना में कमीशन लेते हुए देश सेवा में पहुंचे हैं और सेना में उच्च पदों पर हैं. वहीं गांव के दो आईएएस, एक आईपीएस सहित एमबीबीएस के अलावा सिविल में भी उच्च पदों पर गांव का नाम रोशन कर रहे हैं. गांव चंदेनी के बेटे अनुराग सांगवान के दादा-दादी गांव के ही सरकारी स्कूल में अध्यापक रहे हैं और सेवानिवृति के बाद भिवानी चले गए थे. ग्रामीणों की मानें तो बेटे को बड़ा अफसर बनाने का संकल्प लेते हुए अनुराग के पिता जीवक सांगवान गुरुग्राम चले गए थे. पिता ने अनुराग का एनडीए के लिए फार्म भरवाया और प्रथम बार में ही अनुराग ने देश में प्रथम स्थान प्राप्त कर गांव का नाम रोशन किया है. 

गांव में बंटी मिठाईयां 

गांव के बेटे की उपलब्धि पर ग्रामीणों ने मिठाइयां बांटकर खुशी जाहिर की और अनुराग व परिवार को 20 अप्रैल को गांव के सरकारी स्कूल में सम्मानित करने का निर्णय लिया है.  गांव चंदेनी के सरपंच राज सिंह, पूर्व सरपंच राजबीर सांगवान, राजेश पंच सहित अध्यापकों व ग्रामीणों ने बताया कि अनुराग के दादा रतन सिंह की सोच पोते को बड़ा अफसर बनाने की रही है. इसलिए वे गांव से शहर में गए और बेटा अनुराग ने एनडीए में टॉपर बनकर गांव का नाम रोशन किया है.

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ग्रामीणों ने मीटिंग करते हुए अनुराग को सम्मानित करने का निर्णय लिया है. अनुराग व उसके परिवार को 20 अप्रैल को सम्मानित किया जाएगा. वहीं पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने गांव के बेटे अनुराग व परिवार को बधाई देते हुए हरियाणा सरकार से मांग उठाई कि अनुराग की उपलब्धि पर गांव के विकास के लिए एक करोड़ रुपए का विशेष पैकेज दिया जाए. साथ ही कहा कि मेरे गांव का बेटा एनडीए में देशभर में प्रथम स्थान पर आया है, यह उनके क्षेत्र व हरियाणा के लिए गर्व है. सांगवान ने कहा कि उनके भी पोता-पोती एनडीए के माध्यम से सिलेक्ट हुए थे और वे देश सेवा में कार्य कर रहे हैं. 

(रिपोर्ट: प्रदीप साहू)

 

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