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झारखंड में खुलेगा अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी और मेडिकल कॉलेज, CM हेमंत सोरेन ने किया शुभारंभ

रांची से लगभग 30 किमी की दूरी पे इटकी में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन एक विश्व स्तरीय यूनिवर्सिटी, 500 बेड वाला मेडिकल कॉलेज तथा स्कूल का निर्माण करेगा. इटकी में संस्थान द्वारा 5 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया जा रहा है. आने वाले समय में इटकी का देश में अलग पहचान होगा.

फाइल फोटो फाइल फोटो
सत्यजीत कुमार
  • रांची,
  • 25 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 4:48 AM IST

रांची से लगभग 30 किमी की दूरी पे इटकी में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन एक विश्व स्तरीय यूनिवर्सिटी, 500 बेड वाला मेडिकल कॉलेज तथा स्कूल का निर्माण करेगा. इटकी में संस्थान द्वारा 5 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया जा रहा है. आने वाले समय में इटकी का देश में अलग पहचान होगा. वर्ष 2026 तक अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय एवं स्कूल में पठन-पाठन का काम शुरू होगा. अजीम प्रेमजी फाउंडेशन द्वारा किए जा रहे कार्यों की रोशनी दूर तलक पहुंचेगी. कमजोर से कमजोर परिवार तक फाउंडेशन की सहायता पहुंचाने का कार्य प्रतिबद्धता के साथ किया जाएगा.

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खनिज संपदाओं से हटकर विकास के अन्य संभावनाओं को तलाशने का काम हुआ
अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के पहल पे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार खनिज संपदाओं से अलग हटकर विकास के अन्य संभावनाओं को तलाश रही है. झारखंड आमतौर पर खनिज संपदाओं के लिए जाना जाता रहा है. खनिज संपदाओं की भरमार होने के बावजूद झारखंड पिछड़े राज्यों के पायदान पर खड़ा रहा है. यहां लगभग 100 वर्ष से खनिज संपदाएं निकाली जाती रही हैं, परंतु इसका लाभ झारखंड के आदिवासी-मूलवासी, गरीब, पिछड़ा अल्पसंख्यक सहित किसी भी वर्ग-समुदाय के लोगों को पूर्ण रूप से नहीं मिल पाया. झारखंड देश का ऐसा राज्य है जहां गांव-गांव घर-घर तक बिजली पहुंचनी चाहिए थी, जो अब तक नहीं हो सका. आज भी राज्य में कई ऐसे गांव है जहां बिजली नहीं पहुंची है. झारखंड के खनिज संपदाओं का लाभ दूसरे प्रदेश के लोगों ने उठाया और वे अमीर होते रहे और हमारे राज्य के लोग गरीबी में पलते रहे. हमारी सरकार अब राज्य में सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक विकास के रास्ते को ढूंढते हुए कई महत्वपूर्ण और कल्याणकारी कार्य कर रही है. इसमें अजीम प्रेमजी द्वारा इटकी में स्थापित हॉस्पिटल और स्कूल शामिल है.

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अजीम प्रेमजी फाउंडेशन व्यापार नहीं बल्कि सामाजिक सरोकार के लिए जाना जाता है
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि अजीम प्रेमजी फाउंडेशन संस्थान एक ऐसा नाम है जिसे पूरी दुनिया जानती है. अजीम प्रेमजी फाउंडेशन व्यापार के लिए नही बल्कि सामाजिक सरोकार के लिए जाना जाता है. इस संस्थान द्वारा समाज के अंतिम पायदान में खड़े व्यक्ति तक बेहतर शिक्षा तथा स्वास्थ्य सुविधा प्रदान किया जा रहा है. इस संस्थान का सामाजिक सरोकार से गहरा नाता रहा है. मुख्यमंत्री  सोरेन ने कहा कि अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के प्रतिनिधियों के साथ राज्य सरकार ने एक बेहतर समन्वय बनाया. संस्थान अगर चाहती तो यह प्रोजेक्ट कोई और प्रदेश में भी लगा सकती थी, लेकिन संस्थान के सीईओ अनुराग बेहर ने राज्य सरकार की नीति एवं प्रतिबद्धता को दृष्टिगत रखते हुए प्रोजेक्ट के लिए इटकी को ही चुना है. राज्य सरकार ने अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की जरूरतों और अन्य आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सरकारी स्तर पर सभी कार्य एक नियत समय में पूरा करने का काम किया. राज्य सरकार संस्थान की पूरी जानकारी हासिल की और आज यह एक बड़ा प्रोजेक्ट इटकी में स्थापित हो रहा है.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अजीम प्रेमजी से की वार्ता
इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं अजीम प्रेमजी के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वार्ता हुई. इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने  अजीम प्रेमजी को पूरे झारखंड वासियों की तरफ से अभिनन्दन और "जोहार" किया. मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि आपका और आपकी पूरी टीम के सहयोग से आज इटकी में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज तथा स्कूल निर्माण का शुभारम्भ कार्य संपन्न हो हुआ है. आपकी टीम के सामाजिक सरोकार एवं सेवा भाव के प्रति वे  अपनी ओर से उनका आभार प्रकट किया. 

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मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार और अजीम प्रेमजी संस्थान ने समन्वय बनाकर इटकी जैसे सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में फाउंडेशन के आगे बढ़ने की परिकल्पना अब साकार होता दिख रहा है. शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में इटकी में स्थापित होने वाला यह यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज एवं स्कूल राज्य के विकास में मिल का पत्थर साबित होगा. 

कोरोना संक्रमण के समय सरकार ने संवेदनशीलता के साथ किया कार्य
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के समय जब देश और दुनिया के हालात बिगड़ते चले गए, वैसी स्थिति में झारखंड जैसा पिछड़ा राज्य एक बेहतर मैनेजमेंट के तहत बिना कोई अफरा-तफरी के राज्यवासियों एवं प्रवासी मजदूरों को राहत देने का कार्य कर दिखाया है. कोरोना संक्रमण के समय राज्य सरकार और आम जनता ने एक बेहतर उदाहरण देश के समक्ष रखा था. मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण ने पूरी दुनिया को आर्थिक संकट में डालने का काम किया. वर्तमान में कोरोना संक्रमण के वजह से बेरोजगारी भी बढ़ी है. इस वैश्विक महामारी ने देश और दुनिया में कई कल कारखानाओं को बंद होने पर मजबूर किया. न जाने कितने प्रवासी मजदूर बेघर हुए. ऐसी विपरीत स्थिति में भी हमारी सरकार ने राज्य के प्रवासी मजदूरों को सहारा दिया तथा उन्हें विभिन्न माध्यमों से वापस झारखंड लाने का कार्य करते हुए उन्हें रोजगार देने का भी काम किया.

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कोरोना संक्रमण के समय ही अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के साथ समन्वय स्थापित हुआ
मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि वर्ष 2021 जब वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण पूरी दुनिया को अपने आगोश में ले रखा था, उसी दौरान राज्य सरकार एवं अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के सीईओ अनुराग बेहर के बीच समन्वय स्थापित हुआ. वर्ष 2021 से अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज एवं स्कूल की स्थापना को लेकर हम लोगों ने एक कार्य योजना तैयार किया जो अब जमीनी हकीकत में उतरता दिख रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार की सोच है कि हम किस तरह  यहां के लोगों का सामाजिक, शैक्षणिक तथा आर्थिक उन्नयन कर सकें.

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