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बिहार: मजदूर के घर पैदा हुई थीं जुड़वां बेट‍ियां, एक ने Bihar JEE 'कृष‍ि' में किया टॉप, गांव में रहकर ऐसे की पढ़ाई

जूली ने साल 2021 में दसवीं की परीक्षा फर्स्ट डिवीजन से उत्तीर्ण की थी. इसके बाद साल 2023 बारहवीं में भी फर्स्ट डिवीजन से परीक्षा पास की. उसने मैट्रिक और इंटर की पढ़ाई अपने ही गांव के राजकीय उच्च विद्यालय श्रीनगर से किया था. अब वो कृष‍ि वैज्ञान‍िक बनना चाहती हैै.

जूली कुमारी (aajtak.in) जूली कुमारी (aajtak.in)
अमित सिंह
  • पूर्ण‍िया ,
  • 27 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 10:03 AM IST

पूर्णिया जिला के श्रीनगर प्रखंड की रहने वाली छात्रा ने एग्रीकल्चर के एंट्रेंस एग्जाम में प्रथम स्थान पाकर पिता का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है. मजदूरी करके बेटी को पढ़ाने वाले शिवानंद मेहता की खुशी देखते ही बनती है. उनकी बेटी जूली कुमारी बिहार संयुक्त प्रवेश परीक्षा (कृषि) में राज्य की टॉपर रही है. 

जूली ने श्रीनगर प्रखंड सहित पूर्णिया जिला का नाम रौशन किया बिहार में प्रथम स्थान आने की खबर सुनते ही छात्रा के गांव खुट्टी घुनैली पंचायत वार्ड नंबर 9 में कई लोगों ने पहुंचकर बच्ची को शुभकामनाएं और बधाई देकर प्रोत्साहित कर रहे हैं.

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छात्रा जूली कुमारी का कहना है कि उसने बहुत ही मेहनत और लगन से पढ़ाई कर प्रवेश परीक्षा में प्रथम स्थान लाया है. वो आज तक गांव छोड़कर शहर कभी पढ़ाई करने नहीं गई है, पिताजी ने किसानी और मजदूरी करके उसे बहुत ही मेहनत से पढ़ाया है. वो आगे चलकर कृषि वैज्ञानिक बनना चाहती है. उसका सपना है कि बिहार में कृषि को बढ़ावा देने में सहयोग करे. इससे पहले भी जूली ने 2021 में दसवीं की परीक्षा मैं फर्स्ट डिवीजन से उत्तीर्ण की थी. इसके बाद साल 2023 इंटरमीडियट में भी फर्स्ट डिवीजन से उत्तीर्ण हुई उसने मैट्रिक और इंटरमीड‍ियट की पढ़ाई अपने ही गांव के राजकीय उच्च विद्यालय श्रीनगर से पास की थी.  

पिता बोले, मेरी जुड़वां बेटि‍यों में से एक है जूली 
जूली की मां चंदा भारती एक गृहणी हैं. चंदा भारती बताती हैं कि बच्चियां पढ़ाई के साथ-साथ रसोई का काम भी कर लिया करती थी. मेरे घरेलू काम में भी हाथ बटा दिया करती है. इसके बावजूद भी उसने कड़ी लगन से घर में पढ़ाई की और सबसे अच्छा रिजल्ट पाया. उन्होंने कहा कि मुझे अपनी बेटी पर गर्व है. 

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छात्रा जूली के पिता शिवानंद मेहता बताते हैं कि हरेक पिता की ख्वाहिश होती है कि उसके बच्चे पढ़-लिखकर बड़े मुकाम पर पहुंचें. मैंने भी बेटे और बेटी को पढ़ाने में कोई भिन्नता नहीं की. मेरी दो जुड़वां बेट‍ियां है और एक बेटा. बेटा दोनों बेटियों से बड़ा है. बचपन से ही पढ़ाई करने में जूली तीनों में से काफी तेज थी और आज उसने बिहार संयुक्त प्रवेश परीक्षा (कृषि) में बी सी कैटेगरी में प्रथम स्थान लाकर मेरा हौसला बुलंद कर दिया है. जल्दी ही बेटी का कॉलेज में नामांकन करवा कर पढ़ाई के लिए भेज दूंगा. 

हर तरफ से मिल रहीं बधाईयां
वहीं जदयू नेता सचिन कुमार ने कहा कि बिहार में लड़कियों का शिक्षा स्तर बढ़ता जा रहा है, नीतीश कुमार के द्वारा छात्राओं के विकास के लिए अनेक योजनाएं चल रही है. साथ ही उन्होंने कहा जुली कुमारी गांव में ही पढ़ाई लिखाई करती है. उन्होंने स्वयं गांव में पढ़कर इस मुकाम को हासिल किया और श्रीनगर का नाम गौरवान्वित किया. जूली के घर जाकर चनका पंचायत मुखिया प्रतिनिधि सह जदयू प्रखंड उपाध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ बौआ मेहता खुट्टी घुनैली जदयू पंचायत अध्यक्ष पारस कुमार मेहता, अखिलेश कुमार उर्फ मुन्ना, अरविंद मंडल आदि लोगों ने भी बधाई दी. 

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