
बिहार चुनाव के चलते कुछ परीक्षाओं की तारीखें इधर-उधर की गई हैं. तारीख बदलते वक्त शायद उम्मीदवारों की सहूलियत का जरा भी ध्यान नहीं रखा गया. इसी कारण दो बड़ी परीक्षाओं की तारीख एक ही दिन 29 नवंबर पड़ गई है जिससे हजारों छात्रों के सामने मुश्किल खड़ी हो गई है. दोनों परीक्षाओं के लिए योग्य उम्मीदवार ये तय नहीं कर पा रहे हैं कि उन्हें कौन-सी परीक्षा देनी है और कौन सी छोड़ देनी चाहिए.
ऐसे ही एक उम्मीदवार अभिषेक पांडेय ने aajtak.in से बताया कि बीएसएससी में निकली भर्तियों के लिए परीक्षा का 2014 में रजिस्ट्रेशन कराया गया. फिर इसका प्रीलिम्स 2018 में आयोजित किया गया और अब 2020 में मुख्य परीक्षा की तिथि घोषित की गई है. ये तिथि 29 नवंबर रखी गई है.
इत्तेफाक से बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग ने दरोगा भर्ती परीक्षा मेंस की तारीख भी यही तय कर दी है. अब मेरे जैसे हजारों उम्मीदवार इस असमंजस में हैं कि वो किस परीक्षा में शामिल हों. अभिषेक पांडेय ने कहा कि कम से कम 2000 हजार ऐसे उम्मीदवार है जिन्हें दोनों एग्जाम देना है. अब अगर एक दिन एग्जाम हुआ तो दूसरा एग्जाम देने से वंचित रह जाएंगे. ऐसा करना उनके साथ अन्याय होगा. इससे ऐसे छात्र डिप्रेशन में हैं.
बता दें कि बिहार कर्मचारी चयन आयोग ने 29 नवम्बर को इंटर लेवल परीक्षा लेने की अधिसूचना जारी कर दी है. ये मुख्य परीक्षा 13 हजार पदों के लिए होगी. इंटर लेवल की मुख्य परीक्षा के लिए 64 हजार और दारोगा परीक्षा की मुख्य परीक्षा में 50 हजार से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे.
प्रारंभिक परीक्षा में सफल तमाम अभ्यर्थी ऐसे हैं जिनका चयन दोनों की मुख्य परीक्षा के लिए हुआ है. दोनों परीक्षाओं में सफल अभ्यर्थियों का कहना है कि ऐसी स्थिति में वे एक बड़ी परीक्षा से वंचित हो जाएंगे. एक तो आयोग एक परीक्षा कराने में वैसे ही छह साल लगा देता है. अब परीक्षा के समय ऐसे शेड्यूल ने और मुसीबत खड़ी कर दी है.
परीक्षा में सफल उम्मीदवारों ने बीपीएसएससी को पत्र लिखकर कहा है कि हम बिहार एसएससी और BPSSC दोनों की प्रारंभिक परीक्षा में सफल हुए हैं. इसमें BSSC (10+2) की मुख्य परीक्षा की तिथि आयोग द्वारा 29/11/2020 को निर्धारित की गई है. साथ ही अवगत करना है कि विज्ञापन संख्या 01/2019 की मुख्य परीक्षा की तिथि BPSSC द्वारा भी 29/11/2020 को ही निर्धारित की गई है.
वहीं बिहार एसएससी की मुख्य परीक्षा की तिथि पहले से ही 29/11/2020 को निर्धारित है. इसलिए BPSSC की विज्ञापन सं.01/2019 की मुख्य परीक्षा में शामिल होना संभव नहीं है, और इस प्रकार यदि दोनों परीक्षाएं एक साथ आयोजित होती हैं तो मेरी तरह हजारों अभ्यर्थियों को नुकसान होगा जो 2014 से ही उम्मीद लगाए हैं. छात्रों ने बीपीएसएससी से मुख्य परीक्षा की परीक्षा तिथि को आगे बढ़ाने का निवेदन किया है.