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BPSC प्रदर्शन के पीछे साजिश का 'एंगल' ढूंढ़ रही पुलिस, दिल्ली के ट्यूटर को पकड़ा, लगाए गंभीर आरोप

BPSC Protest: पटना में बीपीएससी 70वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के रद्द करने की मांग को लेकर छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बीच दिल्ली के एक ट्यूटर को हिरासत में लिया है. आरोप है कि ट्यूटर रोहित ने प्रदर्शनकारियों को उकसाया है. पुलिस को प्रदर्शन के पीछे किसी बड़ी साजिश का शक है और इस साजिश में शामिल लोगों की फंडिंग के स्रोत की भी जांच कर रही है. 

बीपीएससी के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन (फोटो सोर्स- PTI) बीपीएससी के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन (फोटो सोर्स- PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 26 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 4:40 PM IST

BPSC Protest: बिहार बीपीएससी 70वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा रद्द की मांग को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन के मामले में पटना पुलिस ने दिल्ली के एक ट्यूटर को गिरफ्तार किया है. ट्यूटर को बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को उकसाने के आरोप में गुरुवार को गिरफ्तार किया गया. पटना के जिलाधिकारी (DM) चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि बुधवार के प्रदर्शन की प्रारंभिक जांच में पाया गया कि रोहित नाम का ट्यूटर प्रदर्शनकारियों को उकसाने और उन्हें संगठित करने में शामिल था.

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पुलिस को साजिश का शक

पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) राजीव मिश्रा ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, "शुरुआती जांच में पता चला है कि रोहित (ट्यूटर) दिल्ली से आया था और कई लोगों, जिनमें लड़कियां भी शामिल थीं, को साथ लाया था. ये लोग BPSC के असंतुष्ट अभ्यर्थी बनकर आए थे. जांचकर्ता उससे पूछताछ कर रहे हैं." उन्होंने बताया कि प्रदर्शन के पीछे किसी बड़ी साजिश का शक है और इस साजिश में शामिल लोगों की फंडिंग के स्रोत की भी जांच की जा रही है. 

यह भी पढ़ें: पटना में BPSC अभ्यर्थियों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, परीक्षा रद्द की कर रहे थे मांग

एसएसपी ने कहा, "हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि राज्य के बाहर से आए लोगों को फंडिंग कहां से हो रही है. रोहित इस प्रदर्शन का मुख्य साजिशकर्ता लग रहा है. पटना पुलिस इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) को प्राथमिक रिपोर्ट भेजेगी," 

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13 दिन से विरोध प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी

दरअसल, बीपीएससी अभ्यर्थी 13 दिसंबर (परीक्षा के दिन) से 70वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (CCE) में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए BPSC कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. बुधवार (25 दिसंबर 2024) को स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया था. प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि उनके साथ "आतंकियों" जैसा बर्ताव किया गया और पुलिस की कार्रवाई में कई लोग घायल हो गए. हालांकि, अधिकारियों ने इन आरोपों को खारिज कर दिया.

यह भी पढ़ें: जनवरी में होगा BPSC 70वीं परीक्षा का री-एग्जाम, 13 दिसंबर को बापू सेंटर में रद्द हुई थी परीक्षा

प्रदर्शन में शामिल हुए 'गुरु रहमान'

फेमस व्लॉगर और 'गुरु रहमान' के नाम से जाने जाने वाले मोतिउर रहमान खान ने भी प्रदर्शन में शामिल होकर कहा, "BPSC अभ्यर्थियों पर पुलिस की कार्रवाई निंदनीय है. छात्रों के साथ ऐसा व्यवहार नहीं होना चाहिए. मैं हमेशा छात्रों के समर्थन में हूं."

विपक्ष ने घेरा

कांग्रेस और राजद ने भी पुलिस की कार्रवाई की निंदा की. पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने कहा कि अगर 13 दिसंबर की परीक्षा रद्द नहीं की गई, तो वे 1 जनवरी को बिहार बंद का आह्वान करेंगे. वहीं विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा, "कुछ महीने पहले तक NDA नेता नीतीश कुमार को मानसिक रूप से बीमार कहते थे. अब वही BJP-LJP-HAM नेता उनके तानाशाही फैसलों का समर्थन कर रहे हैं और BPSC अभ्यर्थियों पर बर्बर पुलिस कार्रवाई को सही ठहरा रहे हैं." उन्होंने नीतीश कुमार पर लोकतांत्रिक विरोधों से नफरत करने का आरोप लगाया.

पीटीआई की रिपोर्ट

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