IIT मद्रास की छात्राओं ने बच्चों में जागरूकता बढ़ाने के लिए ‘IIM Covid Game’ नाम से एक मोबाइल और पीसी गेम विकसित किया है, ताकि Covid-19 के खिलाफ खुद को सुरक्षित रखते हुए सरकार की गाइडलाइंस का पालन किया जा सके.
ये ब्राउज़र-आधारित गेम मोबाइल, टैबलेट, लैपटॉप और पीसी पर मुफ्त खेला जा सकता है. यह गेम अंग्रेजी के अलावा 12 क्षेत्रीय भाषाओं असमिया, बंगाली, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, तमिल और तेलुगु में भी उपलब्ध है. इस गेम का प्रोटोटाइप बनाने के बाद, छात्राओं ने विभिन्न दर्शकों से प्रतिक्रिया लेकर अपनी रीच बढ़ाने के लिए इसका विभिन्न भाषाओं में अनुवाद किया. वे इसे भविष्य में और भी भाषाओं में इंट्रोड्यूस करना चाहती हैं.
इस खेल को डेवलेप करने वाली टीम की छात्रा केर्थी कहती हैं कि यह खेल क्षेत्रीय भाषाओं में तो है ही, साथी ही इसमें बड़ी खासियत ये है कि ये गेम वो लोग भी खेल सकते हैं जो पढ़-लिख नहीं सकते हैं लेकिन मोबाइल चलाना जानते हैं. वो कहती हैं कि अगर किसी बच्चे के पास मोबाइल फोन नहीं है, तो उसके शिक्षक, अभिभावक या बुजुर्ग भी अपने मोबाइल फोन पर आईआईएम कोविड गेम खेल सकते हैं और इसे अनुभव करने के लिए बच्चों के साथ डिवाइस साझा कर सकते हैं.
IITM की छात्रा ने गेम का तमिल वर्जन तैयार किया है. बता दें कि इन छात्राओं ने जनवरी-मई 2020 सेमेस्टर के दौरान लेट्स प्ले टू लर्न नामक वैकल्पिक पाठ्यक्रम के छात्राओं को खेल-आधारित शिक्षण उपकरण और तकनीक सिखाई गई.
स्टूडेंट्स ने इस पाठ्यक्रम में जो कुछ सीखा, उसी के आधार पर एक मुफ्त गेम तैयार किया. ये गेम समाज में कोविड -19 जागरूकता फैलाने में मदद करेगा. IITM कोविड गेम बनाने में शामिल तीन मुख्य छात्र वसुधा टीके, बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग में द्वितीय वर्ष के एमएस (अनुसंधान) कर रही हैं. वहीं एनएस कीर्ति हाल ही में एमटेक बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग में स्नातक की उपाधि प्राप्त कर चुकी हैं. तीसरी छात्रा शिवप्रिया वैलिचामी, जिन्होंने B.Tech और M.Tech सिविल इंजीनियरिंग (पूर्व छात्र) 2018 कर चुकी हैं.
वसुधा बताती हैं कि इस पाठ्यक्रम में 30 स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया था इनमें से ज्यादातर ने विभिन्न विषयों पर नौ बोर्ड गेम या कार्ड गेम डिजाइन किए. इनमें से तीन कोविड-संबंधी खेल थे. ऑनलाइन कक्षाओं को देखते हुए हमने गर्मियों की छुट्टियों के दौरान इसे डिजिटल रूप दिया. इस बारे में आईआईएम की टीचर प्रो प्रीति अघालयम, केमिकल इंजीनियरिंग विभाग, IIT मद्रास, और कार्तिक वैद्यनाथन, संस्थापक, LetsPlayToLearn और एक IIT मद्रास पूर्व छात्र (बीटेक-मैकेनिकल इंजीनियरिंग 1996), इस सामान्य वैकल्पिक पाठ्यक्रम में इस टीम को लीड कर रहे थे.
शिक्षिका प्रो प्रीति अघलायम ने कहा कि इस खेल का पूरा श्रेय हमारे छात्रों को जाता है. यह मेरे लिए बहुत गर्व की बात है कि उन्होंने यह कल्पना की, और इस कठिन दौर में इसे सच कर दिखाया. टीचर कार्तिक वैद्यनाथन ने कहा कि छात्रों ने इस कॉन्सेप्ट में कई गेम डिज़ाइन प्रोटोटाइप बनाए जो सामान्य रूप से विज्ञान और इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम (विमान डिजाइन, ऊतक इंजीनियरिंग, सर्किट, भवन और संरचनाएं, अन्य क्षेत्रों में) के लिए प्रासंगिक हैं, और आईआईटी मद्रास पाठ्यक्रमों में उपयोग किया जा सकता है.
इस शैली पर बना है IITM का कोविड गेम
IIT मद्रास के छात्रों द्वारा बनाया गया कोविड गेम लोकप्रिय सुपर मारियो गेम से प्रेरित है. इसमें खेल के माध्यम से मास्क, हाथ धोना, और गले लगना, हैंडशेक जैसी चीजों से बचने की सीख दी जा रही है. इसमें डिजाइन किया गया कैरेक्टर सही चीजें करता है तो अंक जुड़ते रहते हैं. यदि चरित्र किसी गलत चीज से बचने में विफल रहता है, तो परिणाम में नंबर काट दिए जाते हैं. यह खेल एक मिनट तक चलता है और खिलाड़ियों को मैक्सिमम नंबर लाने के लिए प्रेरित करता है.
ये हैं फ्यूचर प्लान
ये स्टूडेंट्स अधिक गेम बनाने के लिए तत्पर हैं जो किसी भी तरह से समाज की मदद कर सकते हैं. शिवप्रिया कहती हैं कि हम विज्ञान और इंजीनियरिंग विषयों को भी मजेदार और रोचक बनाने की उम्मीद कर रहे हैं. आईआईएम कोविड गेम www.letsplaytolearn.com पर निशुल्क उपलब्ध है. इसके होम पेज या आईआईटी मद्रास की वेबसाइट से इसे खेला जा सकता है.
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