
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने शनिवार को घोषणा की कि 12वीं पास करने के बाद विभिन्न कोर्स में प्रवेश के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम (CUET-UG) 8 मई से 1 जून तक आयोजित किए जाएंगे. परीक्षा के लिए आवेदन 1 मार्च से शुरू हो चुके हैं और 22 मार्च तक खुले रहेंगे. एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि परीक्षा की तारीखें अस्थायी हैं और विस्तृत कार्यक्रम बाद में घोषित किया जाएगा.
परीक्षा 13 भाषाओं - अंग्रेजी, हिंदी, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू में आयोजित की जाएगी. CUET-UG को केंद्रीय, राज्य और चुनिंदा निजी विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए 2022 में पेश किया गया था. पहले परीक्षार्थियों को हर यूनिवर्सिटी के लिए अलग एंट्रेस एग्जाम देना पड़ता था, जिससे उनके ऊपर काफी आर्थिक बोझ आता था. लेकिन CUET-UG ने इसे खत्म करके, सिर्फ एक एग्जाम तक सीमित कर दिया.
अब परीक्षार्थी CUET-UG की परीक्षा देते हैं और उनके द्वारा प्राप्त अंकों के आधार पर उन्हें विश्वविद्यालय आवंटित किए जाते हैं. राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप CUET-UG उम्मीदवारों का मूल्यांकन लैंग्वेज स्किल, डोमेन-स्पेसिफिक सब्जेक्ट और जनरल एप्टीट्यूड के आधार पर करती है. 2024 में, CUET-UG के लिए लगभग 13.47 लाख उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, वहीं 2023 में यह संख्या 14.99 लाख थी.
पिछले साल CUET-UG की परीक्षा 15 से 29 मई के बीच हाइब्रिड मॉडल में आयोजित हुई थी, जिसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों परीक्षाओं की अनुमति दी गई थी. परीक्षार्थियों में 7.17 लाख छात्र, 6.30 लाख छात्राएं और 7 ट्रांसजेंडर शामिल थे. परीक्षा के लिए कुल 379 शहरों में सेंटर बनाए गए थे, जिनमें भारत के बाहर के 26 शहर शामिल थे. इस वर्ष, CUET-UG स्कोर पूरे भारत में 287 विश्वविद्यालयों द्वारा स्वीकार किए जाएंगे. यानी इन विश्वविद्यालयों में एडमिशन की चाहत रखने वाले उम्मीदवारों को CUET-UG परीक्षा में बैठना ही होगा.