
दिल्ली महिला आयोग (DCW) ने कॉलेज फेस्ट के दौरान लड़कियों के साथ बार-बार होने वाले यौन उत्पीड़न के मामलों की जांच शुरू कर दी है. आयोग ने दिल्ली पुलिस और दिल्ली विश्वविद्यालय के अधिकारियों को उन गाइडलाइंस और सिस्टम के साथ पेश होने के लिए समन भेजा है, जो उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए बनाए हैं कि ऐसे मामले भविष्य में कभी नहीं होंगे.
आयोग यह जांच कॉलेज की छात्राओं के यौन उत्पीड़न के समग्र मुद्दे पर करेगा. ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मजबूत व्यवस्था बनाई जा सके. इससे पहले आयोग ने दिल्ली पुलिस और आईपी कॉलेज को उत्पीड़न के विशिष्ट मामले की जांच के लिए नोटिस जारी किया था.
दरअसल, आयोग ने इंद्रप्रस्थ कॉलेज (Indraprastha College for Women) में फेस्ट के दौरान और मिरांडा हाउस कॉलेज में दिवाली उत्सव के दौरान लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न की घटनाओं के बाद यह कदम उठाया है. इन मौकों पर कुछ लड़के जबरदस्ती दीवार फांदकर कॉलेज कैंपस में घुस आए थे और लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की थी. लड़कों के दीवार फांदकर कैंपस में घुसने की वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी और छात्राओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठे थे.
अब इस संबंध में दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) ने दिल्ली पुलिस और दिल्ली यूनिवर्सिटी के अधिकारियों को आगे इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए जरूरी गाइडलाइंस और सिस्टम के साथ 06 अप्रैल 2023 को पेश होने के लिए समन भेजा है. आयोग ने दिल्ली पुलिस से छात्राओं की सेफ्टी के लिए उठाए गए कदम, घटना के समय उस जगह तैनात पुलिस ऑफिसर, फेस्ट के समय कॉलेज के बाहर तैनात पीसीआर, गिरफ्तार किए गए आरोपियों की डिटेल्स आदि रिपोर्ट मांगी है. अधिकारियों को पूरी रिपोर्ट के साथ 06 अप्रैल 2023 दोपहर 02 बजे पेश होने के लिए समन भेजा है.
दिल्ली महिला आयोग की ओर से भेजे गए समन में 2020 और 2022 के दौरान दिल्ली यूनिवर्सिटी के कई कॉलेजों में लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न की घटनाओं का उदाहरण दिया है. साल 2020 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के गार्गी कॉलेज में छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न की घटना हुई थी. इसके बाद 2022 में फिर से मिरांडा हाउस कॉलेज में और इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर विमेन में फेस्ट के दौरान लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न की घटनाएं होती रही हैं.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, “हमारे सामने उत्सवों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान कॉलेजों के अंदर लड़कियों के उत्पीड़न के मामले आ रहे हैं. यह बहुत गंभीर है और इसमें तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विश्वविद्यालय प्रशासन और दिल्ली पुलिस ऐसी घटनाओं को रोकने में नाकाम रही है. मामले में विश्वविद्यालय और दिल्ली पुलिस द्वारा कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए और सुरक्षा चूक के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मजबूत व्यवस्था बनाई जानी चाहिए.”