
Schools Closed due to Delhi Flood: दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए दिल्ली नगर निगम के सिविल लाइंस क्षेत्र के निचले इलाकों में दस और शाहदरा क्षेत्र में सात स्कूलों को 13 जुलाई को बंद रखने का फैसला लिया है. दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति के कारण, एमसीडी के शिक्षा विभाग ने सिविल लाइंस जोन के निचले इलाकों में 10 स्कूलों, शाहदरा (दक्षिण) जोन में छह स्कूलों और शाहदरा (उत्तर) जोन में एक स्कूल को आज बंद करने का फैसला किया है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बच्चों और स्कूल स्टाफ की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रभावित इलाकों के स्कूल बंद रखने की जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट कर बताया कि दिल्ली के जिन इलाकों में पानी भर रहा है वहां पर सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को बंद कर रहे हैं. हालांकि इन स्कूलों के छात्रों के लिए ऑनलाइन क्लासेस जारी रहेंगी.
रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा यमुना का जलस्तर, हजारों लोगों ने किया पलायन
दिल्ली में यमुना नदी गुरुवार को 208.51 मीटर तक बढ़ गई, जिसने 1978 में बनाए गए 207.49 मीटर के अपने सर्वकालिक रिकॉर्ड को तोड़ दिया, जिससे नदी के किनारे पर बसे कई इलाकों में बाढ़ आ गई. अधिकारियों के मुताबिक, वजीराबाद में सिग्नेचर ब्रिज के पास गढ़ी मांडू गांव जलमग्न हो गया है. उन्होंने बताया कि अधिकांश लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है और बाकी को नावों से निकाला जा रहा है. यमुना में जलस्तर लगातार बढ़ने से अन्य निचले इलाकों में भी बाढ़ आ रही है.
धारा 144 लागू
गंभीर स्थिति को देखते हुए, दिल्ली पुलिस ने शहर के बाढ़-प्रवण क्षेत्रों में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी, जिससे चार या अधिक लोगों के गैरकानूनी जमावड़े और समूहों में सार्वजनिक आंदोलन को रोका जा सके. दिल्ली सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि नदी का जलस्तर और बढ़ने की संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अगले दो दिनों में उत्तराखंड में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की भविष्यवाणी की है. जैसे ही जल स्तर रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ गया, केजरीवाल ने केंद्र से यह सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया कि यमुना का स्तर और न बढ़े.