
Delhi University Patent Laws Certificate Course Plan: दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) पेटेंट कानूनों पर एक सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने की तैयारी कर रहा है. ताकि छात्रों को पेटेंट दाखिल करने के बारे में बुनियादी जानकारी मिल सके. यह पहली बार होगा जब विश्वविद्यालय में इस तरह का कोर्स किया जाएगा. पेटेंट कानूनों को डीयू की लॉ फैकल्टी में बौद्धिक संपदा अधिकार (Intellectual Property Rights यानी IPR) पेपर के एक भाग के रूप में पढ़ाया जाता है. इसके अलावा विश्वविद्यालय के कुछ साइंस कोर्सेज में इस टॉपिक पर एक अध्याय भी शामिल है.
यूनिवर्सिटी कोर्स फ्रेमिंग के लिए बनाई कमेटी
विश्वविद्यालय ने पेटेंट कानूनों पर कोर्स के लिए सिलेबस और अन्य चीजें तैयार करने के लिए एक समिति का गठन किया है. पेटेंट लॉ कोर्स के लिए फ्रेमिंग करने वाली कमेटी को हेड दिल्ली विश्वविद्यालय के बी आर अंबेडकर सेंटर फॉर बायोमेडिकल रिसर्च के मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी लेबोरेटरी के प्रोफेसर दमन सलूजा कर रहे हैं. इनके अलावा लॉ सेंटर में सेंटर के सहायक प्रो. रत्नाबली, रसायन विभाग के प्रो. राज किशोर शर्मा, प्लांट मॉलिक्यूलर बायोलॉजी विभाग के संजय कपूर, लॉ सेंटर से प्रो. अश्विनी सिवाल व बायोकेमिस्ट्री विभाग की गरिमा खरे इस कमेटी में शामिल हैं.
क्या पेटेंट योग्य है और क्या नहीं? सब बताया जाएगा
प्रोफेसर सलूजा ने कहा कि कोर्स छात्रों को यह समझने में मदद करेगा कि पेटेंट के लिए फाइलिंग करते समय किन बातों को ध्यान में रखा जाना चाहिए, क्योंकि बहुत से छात्रों को इस बात की जानकारी नहीं है कि क्या पेटेंट योग्य है और क्या नहीं.
उन्होंने आगे कहा कि हायर एजुकेशन के लिए ऐसी कई रिसर्च हैं जिनके ठोस परिणाम हैं, हालांकि, लोगों को इसके बारे में पता नहीं है. अपने शोध को एक वास्तविक उत्पाद कैसे बनाया जाए? लोग पेटेंट नियमों और पेटेंट कानूनों के बारे में नहीं जानते हैं. डीयू इस संबंध में एक सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने के लिए योजना बना रहा है, जो इस कमी को पूरा करेगा.
तीन से चार महीने का होगा कोर्स, मेडिकल स्टूडेंट्स को फायदा
सलूजा ने कहा कि सर्टिफिकेट कोर्स तीन-चार महीने का होगा, जिसके दौरान छात्रों को पेटेंट कानूनों के बारे में मूल बातें सिखाई जाएंगी और पेटेंट के लिए फाइल करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह कोर्स साइंस स्ट्रीम के उन छात्रों के काम आएगा जो अपने शोध के लिए पेटेंट कानूनों के बारे में जानना चाहते हैं.