
DUSU Election 2024-25: दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन (DUSU Election) 2024 को लेकर कॉलेजों के कैंपस में सरगर्मियां तेज हैं. प्रत्याशी चुनाव प्रचार शुरू करते नजर आ रहे हैं. इस कड़ी में नामांकन से पहले साउथ कैंपस भी उम्मीदवार प्रचार करते नजर आ रहे हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) में 2024-25 सत्र के लिए छात्र संघ चुनाव की नामांकन प्रक्रिया 17 सितंबर को पूरी हो चुकी है, मतदान 27 सितंबर को होगी और 28 सितंबर को परिणाम घोषित किया जाएगा.
पिछले साल भी सितंबर माह में ही छात्र संघ चुनाव संपन्न हुए थे. जिसमें केंद्रीय पैनल के तीन पदों पर एबीवीपी की जीत हुई थी, जबकि एनएसयूआई ने उपाध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की थी. इस बार हॉस्टल, फ्री वाई-फाई, फीस बढ़ोतरी, कैंटीन, लड़कियों के लिए सेनेटरी पैड समेत कई मुद्दों को चुनाव में मजबूती से उठाया जा रहा है.
दिल्ली विश्वविद्यालय के कई मुद्दे में हॉस्टल और फीस बढ़ोतरी एक बड़ा मुद्दा माना जा रहा है. लगातार फीस बढ़ रही है, जो सभी स्टूडेंट्स अफोर्ड नहीं कर पाते. इसके अलावा सेनेटरी पैड के निष्पादन की व्यवस्था को चुनावी मुद्दा बनाया गया है. अगर महिलाओं की भागीदारी 50% है तो दिल्ली विश्वविद्यालय चुनाव में 50% महिला उम्मीदवार होने चाहिए. दिल्ली यूनिवर्सिटी के चार प्रमुख पदों में से दो को महिलाओं के लिए आरक्षित करना चाहिए.
DUSU 2024-25 चुनावी मुद्दे
- कॉलेज की गर्ल स्टूडेंट्स के लिए पिंक बूथ बनना चाहिए.
- इवनिंग कॉलेज में जो क्लासेस 9:00 बजे 10:00 बजे तक चलती हैं, उसकी टाइमिंग कम होनी चाहिए.
- कैंपस को वाई-फाई फ्री करना चाहिए.
- कॉलेज इको फ्रेंडली साफ सफाई होनी चाहिए.
- कैंटीन की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए.
- दूर-दराज से कॉलेज आने वाले बच्चों को खाने की अच्छी सुविधा मिलनी चाहिए.
- शहीद भगत सिंह कॉलेज में लाइब्रेरी छोटी है वो बड़ी बनानी चाहिए.
- कॉलेज के कुछ ब्लॉक हैं जिसमें AC लगे हुए हैं और कुछ ब्लॉक में नहीं लगे हैं.
- दिल्ली यूनिवर्सिटी के चार प्रमुख पदों में से दो को महिलाओं के लिए आरक्षित करना चाहिए.
एक विपक्ष छात्र संगठन के छात्र का कहना है कि एबीवीपी ने जो वादे किए थे वह एक साल बाद भी पूरे नहीं हुए हैं. उन लोगों ने वादा किया था कि स्टूडेंट के लिए बस फ्री होगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. एक छात्र ने बताया कि कॉलेज में पूरा माहौल चुनाव का हो चुका है. दिल्ली यूनिवर्सिटी चुनाव को त्यौहार की तरह मानते हैं. हम लोगों में काफी उत्साह है.