
Education Budget 2022: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार 01 फरवरी को देश के आम बजट की घोषणा की. इसमें शिक्षा क्षेत्र के लिए भी कई घोषणाएं की गईं. देश में डिजिटल यूनिवर्सिटी की स्थापना और प्रधानमंत्री ई-विद्या के तहत फ्री डीचीएच चैनलों की भी घोषणा की गई. इस बजट पर एक्सपर्ट्स ने भी अपनी राय रखी .
IIM अहमदाबाद में अर्थशास्त्र के एसोसिएट प्रोफेसर तरुण जैन ने कहा, "वित्त मंत्री ने ऑनलाइन शिक्षा (डिजिटल यूनिवर्सिटी) और टीवी आधारित शिक्षा (पीएम ई-विद्या) में बजटीय आवंटन में वृद्धि की है. वास्तविकता ये है कि देश में अभी केवल 8% ग्रामीण छात्रों और 23% शहरी छात्रों तक इंटरनेट की पहुंच है. यहां तक कि जब छात्रों के पास इंटरनेट है, तब भी ऑनलाइन शिक्षा की गुणवत्ता खराब बनी हुई है. उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा युवाओं के लिए बेहद जरूरी भी है और अर्थव्यवस्था में इसमें निवेश पर कुछ हाई रिटर्न भी हैं, इसलिए सरकार को सार्वजनिक शिक्षा में निवेश बढ़ाने पर विचार करना चाहिए."
उन्होंने आगे कहा, "वित्त मंत्री ने पिछले दो वर्षों के पढ़ाई के नुकसान को पूरा करने के लिए अतिरिक्त टीवी चैनलों (पीएम ई-विद्या) के माध्यम से पढ़ाई की घोषणा की. बच्चों का पढ़ाई और सीखने का जो नुकसान हुआ है, उसे देखते हुए यह बहुत कम है. स्कूल की गुणवत्ता में सुधार के लिए महत्वपूर्ण निवेश जरूरी हैं."
HSNC यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ. निरंजन हीरानंदानी ने केंद्रीय बजट पर टिप्पणी करते हुए कहा, "एजुकेशन इंडस्ट्री गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए डिजिटल बुनियादी ढांचे के निर्माण और और डिजिटल इकोसिस्टम की तरफ सरकार के रुख का स्वागत करता है. डिजिटल यूनिवर्सिटी की स्थापना, हब और स्पोक मॉडल का पालन करने वाले ग्रामीण छात्रों के लिए शिक्षा की उपलब्धता में मदद करेगी. क्षेत्रीय भाषा में शिक्षा, प्रत्येक छात्र को खुद से सशक्त करने का अवसर देगी. इसके अलावा, क्वालिटी ई-कंटेट बेहतर ई-टीचिंग परिणामों के लिए शिक्षकों को प्रभावी ढंग से तैयार करेंगे."
उन्होंने आगे कहा, " बजट में स्किलिंग पर भी जोर दिया गया है जो किसी व्यक्ति को रोजगार योग्य बनाता है. स्किल कोर्सेज़ न केवल शिक्षार्थियों को महत्वपूर्ण सोच और रचनात्मकता को विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे बल्कि उन्हें नौकरियों के लिए तैयार भी करेगा. स्किलिंग भारत के युवाओं को बेहतर भविष्य देने के लिए जरूरी है."