Advertisement

राजस्थान में फर्जी डॉक्टरों का भंडाफोड़, FMGE एग्जाम फेल भी कर रहे थे डॉक्टरी, 8 के लाइसेंस रद्द

आजतक की टीम ने खुलासा किया था कि बड़ी संख्या में फर्जी डिग्री लगाकर राजस्थान मेडिकल काउंसिल से रजिस्ट्रेशन करवाकर कई बेरोजगार डाक्टर बन गए हैं. फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन कराने वालों में वो भी शामिल हैं जो विदेशों से डॉक्टरी की पढ़ाई करके भारत लौटे थे.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
शरत कुमार
  • जयपुर,
  • 07 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 1:17 PM IST

राजस्थान में फर्जी डिग्री वाले डॉक्टरों का मामला सामने आया है.  राजस्थान मेडिकल काउंसिल (RMC) ने फर्जी डिग्री और दस्तावेज लगाकर क्लीनक खोलकर बैठे कई फर्जी डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई की है. आजतक की खबर के बाद आरएमसी ने ऐसे आठ फर्जी डॉक्टरों की पहचान करके लाइसेंस रद्द कर दिया है. इनमें सात ऐसे डॉक्टर शामिल थे जिन्होंने गलत तरीके से रजिस्ट्रेशन कराया था और मरीजों का इलाज कर रहे थे, जबकि एक डॉक्टर का लाइसेंस इलाज में लापरवाही की शिकायत के बाद रद्द किया गया है. 

Advertisement

आरएमसी के रजिस्ट्रार डॉ. गिरधर गोयल ने बताया कि बैठक में शुभम गुर्जर, इंद्रराज सिंह गुर्जर, विजय सैनी, नफीस खान, देवेन्द्रसिंह, सतेन्द्र सिंह गुर्जर, अभिषेक कुमार और शेख आरिफ इकबाल का लाइसेंस निरस्त किया गया है.

इससे पहले आजतक की टीम ने खुलासा किया था कि बड़ी संख्या में फर्जी डिग्री लगाकर राजस्थान मेडिकल काउंसिल से रजिस्ट्रेशन करवाकर कई बेरोजगार डाक्टर बन गए हैं. फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन कराने वालों में वो भी शामिल हैं जो विदेशों से डॉक्टरी की पढ़ाई करके भारत लौटे थे. रूस, यूक्रेन, तजाकिस्तान से डॉक्टरी की डिग्री लेने के बाद भारत में प्रैक्टिस करने के लिए फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जाम (FMGE) पास नहीं कर पाए.

ऐसे फर्जी डॉक्टरों के लाइसेंस रद्द करने के बाद राजस्थान मेडिकल काउंसिल ने मुकदमा भी दर्ज करवाया है. इससे पहले भी आजतक के खुलासे के बाद 8 फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ अशोक नगर थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया था.

Advertisement

बता दें कि राजस्थान में कई लोगों ने फर्जी दस्तावेज लगाकर राजस्थान मेडिकल काउंसिल से रजिस्ट्रेशन करा लिया. रजिस्ट्रेशन के बाद प्राइवेट यूनिवर्सिटी की फर्जी एमबीबीएस डिग्री लगाकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं. माना जा रहा है कि अभी भी बहुत सारे फर्जी डॉक्टरों ने लाइसेंस लिया हुआ है. आवेदन ऑफलाइन होने की वजह से सभी आवेदनों को जांचने में वक्त लग रहा है. फर्जी डॉक्टरों के रजिस्ट्रेशन की खबर आने के बाद राजस्थान मेडिकल काउंसिल ने लोगों को सस्पेंड कर दिया था.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement