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Gujarat Board Helpline Number: गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षण बोर्ड द्वारा मार्च 2024 में आयोजित 10वीं और 12वीं की परीक्षा के मद्देनज़र 15.50 लाख विद्यार्थियों को मार्गदर्शन देने के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. इस हेल्पलाइन नंबर की मदद से छात्र कोई भी शिकायत या डाउट क्लियर कर सकते हैं. ये हेल्पलाइन नंबर 8 फरवरी से शुरू होगा और 26 मार्च तक विद्यार्थियों के लिए एक्टिव रहेगा.
गुजरात बोर्ड द्वारा जारी टोल फ़्री हेल्पलाइन नंबर 1800 233 5500 के जरिए विद्यार्थी एक्सपर्ट काउन्सलर, साइकोलॉजिस्ट से परीक्षा के संदर्भ में जरूरी मार्गदर्शन ले पाएंगे. परीक्षा के संदर्भ में मार्गदर्शन के लिए ये हेल्पलाइन नंबर सुबह 10 से शाम 6 बजे तक चालू रहेगा. हेल्पलाइन नंबर के बारें में गुजरात बोर्ड द्वारा राज्य की तमाम स्कूल, पैरेंट्स और विद्यार्थियों को सूचित किया गया है.
स्ट्रेस से दूर रखने में मदद करेगी ये हेल्पलाइन
बोर्ड परीक्षा देने से पहले कई विद्यार्थी अच्छे परिणाम के दबाव में आकर डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं. अच्छा परिणाम हासिल करने के दबाव में मानसिक रूप से अस्वस्थ हो जाते हैं. कई केसों में दबाव की वजह से बच्चों को आत्महत्या करने तक के विचार आते हैं. इन परिस्थितियों से विद्यार्थियों को बचाने हेतु गुजरात बोर्ड द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाता है. बता दें कि, गुजरात बोर्ड द्वारा मार्च 2024 में आयोजित 10वीं और 12वीं की परीक्षा 11 मार्च से शुरू होगी और 26 मार्च तक सारी परीक्षाएं पूर्ण होंगी. बोर्ड का परिणाम मई महीने के दूसरे हफ्ते के बाद से आने की शुरुआत होंगे. इस साल 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए राज्यभर में से 15.50 लाख विद्यार्थियों द्वारा फॉर्म भरे गए हैं.
नई शिक्षा नीति के अनुसार गुजरात बोर्ड ने बदला था परीक्षा का पैटर्न
बता दें कि गुजरात बोर्ड कक्षा 12वीं और 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं मार्च महीने में शुरू हो जाएंगी. इससे पहले नई शिक्षा नीति को देखते हुए बोर्ड परीक्षा पैटर्न में ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्नों की संख्या ज्यादा और डिस्क्रिप्टिव सवालों की संख्या कम की गई है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को ध्यान में रखते हुए गुजरात कक्षा 10, और 12 परीक्षा पैटर्न में बदलाव किए गए हैं. बड़े बदलावों में से एक में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी शामिल है - वस्तुनिष्ठ प्रश्नों में 20 से 30 प्रतिशत और वर्णनात्मक प्रश्नों की हिस्सेदारी में 30 से 20 प्रतिशत तक गिरावट आई है.