
शिक्षा के क्षेत्र में अहम और अतुल्य योगदान देने के लिए हिमाचल सरकार शिक्षकों का सम्मानित करने की तैयारी कर रही है. शिक्षकों को खास पुरस्कार से नवाजा जाएगा. यह पुरस्कार खासतौर पर उन शिक्षकों को दिया जाएगा जो राज्य के आम जन-जीवन की कम पहुंच और पिछड़े इलाकों में शिक्षा क्षेत्र में अतुल्यनीय योगदान दे रहे हैं.
सरकार का कहना है कि राज्य में शिक्षक ऐसी जगहों पर भी अपना फर्ज अदा कर रहे हैं, जहां आम तौर पर पहुंचना कठिन होता है. इन क्षेत्रों में पहुंच कर छात्रों को शिक्षा के हर पहलुओं से मिलवाने के लिए प्रदेश की सरकार 24 शिक्षकों को प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित करेगी. इस पुरस्कार का उद्देश्य हर वर्ग के लोगों को शिक्षण क्षेत्र में आने के लिए प्रेरित करना होगा.
दो कैटेगरी में दिया जाएगा शिक्षक पुरस्कार
हिमाचल प्रदेश सरकार शिक्षकों के सम्मान में प्रतिष्ठित पुरस्कार लॉन्च करने की तैयारी कर रही है. शिक्षकों को दिया जाने वाला पुरस्कार दो श्रेणियों में होगा- एक श्रेणी उन शिक्षकों की होगी जो सामान्य जगह पर बने शिक्षण संस्थानों में कार्यरत हैं, वहीं दूसरी श्रेणी उन शिक्षकों की होगी जो जन जातीय इलाके या ऐसी जगह पर बने शिक्षण संस्थानों में कार्यरत हैं.
शिक्षकों का हौसला बढ़ेगा
राज्य सरकार का कहना है कि शिक्षकों को सम्मानित करने से उनका हौसला बढ़ेगा और वे अपने कार्यक्षेत्र में और भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे. इसके साथ ही वे बच्चों को पढ़ाने के नए-नए तरीके निकालेंगे जिससे बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि और उत्सुकता पैदा होगी.
कैसे तय होंगे शिक्षक पुरस्कार के उम्मीदवार?
राज्य सरकार ने बताया कि राज्य पुरस्कार योजना के तहत राज्य स्तर पर एक कमेटी के गठन किया जाएगा. यह कमेटी राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में अपना असाधारण योगदान देने वाले शिक्षकों की पहचान करके पुरस्कार के लिए देंगे. अपने एक बयान में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ये घोषणा की कि सरकार सामान्य और जन जातीय या ऐसे शिक्षण संस्थान जहां आम तौर पर पहुंचना कठिन होता है, ऐसी संस्थानों में काम करने वाले शिक्षकों को पुरस्कार देगी. इनमें से 15 शिक्षक सामान्य जगह पर काम करने वाले होंगे और 9 शिक्षक जन जातीय इलाके में बने शिक्षण संस्थानों में काम करने वाले होंगे.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 6 अन्य पुरस्कारों की भी घोषणा की
सीएम ने एक घोषणा यह भी की कि सरकार अलग से 6 खास पुरस्कार से उन शिक्षकों को सम्मानित करेगी, जिन्होंने शिक्षण के तरीकों में कुछ नया किया, फ्लैगशिप स्टेट प्रोग्राम के तहत अपना काम किया और इसके अलावा शिक्षा के क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए खुद से प्रभावी कदम उठाए जिससे शिक्षण प्रणाली बेहतर हो सकी. ये 6 खास पुरस्कार हर साल अलग-अलग शिक्षकों को दिए जाएंगे.
इस पुरस्कार को पाने के लिए वही शिक्षक पात्र होंगे जो कि डिस्ट्रिक्ट इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग, स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग, सर्व शिक्षा अभियान और राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत कार्यरत हैं. सीएम ने आश्वासन देते हुए ये भी कहा कि कांग्रेस लगातार प्रदेश के बच्चों को बेहतर शिक्षा मुहैया कराती रहेगी और शिक्षकों के हर तरह से सहयोग करती रहेगी, उनका हौसला बढ़ाती रहेगी ताकि वे अपने कार्य में बेहतर और अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित रहें.