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JEE-NEET Exam पर पॉलिटिक्स-प्रदर्शन न करें, छात्र एग्जाम चाहते हैं: निशंक

JEE-NEET Exam 2020 को लेकर चल रहे तमाम विरोध और प्रदर्शनों के बीच केंद्रीय श‍िक्षा मंत्री ने कहा है कि अभिभावक और छात्र चाहते हैं कि परीक्षा आयोजित हो.

डॉ रमेश पोखर‍ियाल न‍िशंक डॉ रमेश पोखर‍ियाल न‍िशंक
aajtak.in
  • नई द‍िल्ली ,
  • 27 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 5:02 PM IST
  • NEET में 15.97 लाख में से, 10 लाख से अधिक छात्रों ने अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड किया
  • अब तक 99% छात्रों को अपनी पसंद का केंद्र मिला, केवल 400 अनुरोध लंबित
  • अधिकांश मामलों में परीक्षा केंद्रों को कई बार बदला गया है

JEE-NEET Exam 2020 पर केंद्रीय श‍िक्षा मंत्री डॉ रमेश पोख‍रियाल निशंक ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा और करियर हमारे लिए महत्वपूर्ण है. पहले भी इन परीक्षाओं को मई-जून से पूर्व में दो बार स्थगित किया जा चुका है. 

उन्होंने कहा कि अधिकतम छात्र, अभिभावक और अन्य माध्यम से लोग परीक्षा आयोजित करने के पक्ष में हैं. लोग चाहते हैं कि उनका सत्र न बर्बाद हो. तमाम तरह की दलीलें सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही स्टे ले लिया. 

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SC ने अपने फैसले में यह भी कहा कि हम छात्रों का एकेडमिक वर्ष खराब नहीं कर सकते. निशंक ने कहा कि जेईई में 8.58 लाख में से 7.50 लाख के आसपास उम्मीदवारों ने अपने  एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए हैं. 

NEET में 15.97 लाख में से, 10 लाख से अधिक छात्रों ने अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिया. अधिकांश मामलों में छात्रों के अनुसार उनके परीक्षा केंद्रों को कई बार बदला गया है. अब केवल 400 अनुरोध लंबित हैं. अब तक 99% छात्रों को अपनी पसंद का केंद्र मिला. 

उन्होंने कहा कि एनटीए ने इन परीक्षाओं के लिए एक उचित दिशा-निर्देश और एसओपी तैयार किया है. बेहतर समन्वय के लिए एनटीए और राज्यों के बीच लगातार बैठक हो रही है. शिक्षा सचिव राज्यों के समकक्ष के संपर्क में भी हैं. इसलिए अब उस पर विरोध या राजनीति करने की जरूरत नहीं है. 

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क्या है पूरा मामला, क्यों कर रहे मांग  

बता दें क‍ि सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद नेशनल टेस्ट‍िंग एजेंसी (NTA) ने नीट और जेईई परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड, परीक्षा केंद्रों की लिस्ट और जरूरी गाइडलाइन 21 अगस्त को जारी कर दी है. इस परीक्षा को लेकर प्रतियोगी छात्र और उनके अभ‍िभावक लगातार अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. कोरोना संकट काल को देखते हुए प्रतियोगी छात्रों का तर्क है कि इतने बड़े स्तर का एग्जाम कराने से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.

इस मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पक्ष में आने के बाद से विरोध और तेज हो गया है. बता दें कि राहुल गांधी ने कल इस पर कहा था कि सरकार को छात्रों के 'मन की बात' सुननी चाहिए और "स्वीकार्य समाधान" पर पहुंचना चाहिए. उनकी पार्टी ने मांग की कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) को स्थगित कर दिया जाए. 

ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) के अनुसार, 4,200 से अधिक छात्रों ने अपने-अपने घर पर दिन भर की भूख हड़ताल की, जिसमें मांग की गई कि कक्षा 10 और 12 सितंबर की सीबीएसई कंपार्टमेंट परीक्षाएं रद्द कर दी जाएं और यूजीसी-नेट, CLAT, NEET और JEE को स्थगित किया जाए. 

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