
कर्मचारी चयन आयोग द्वारा क्लर्क भर्ती का परिणाम संशोधित करने के बाद कार्यरत क्लर्कों को हटाने के हरियाणा सरकार के आदेश पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है. हाईकोर्ट ने कहा कि पहले सरकार नियमों का पालन करे और उनका पक्ष सुने. उसके बाद ही कोई उचित निर्णय लें.
बता दें कि 24 जून को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) ने वर्ष 2019 में निकली क्लर्क के 4798 पदों की भर्ती का संशोधित रिजल्ट जारी किया था. संशोधित रिजल्ट के बाद करीब 900 युवा बाहर हो गए थे, जिनका पूर्व में घोषित रिजल्ट में चयन हुआ था. इस आदेश के खिलाफ अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट में अर्जी लगाई थी.
बता दें कि इस भर्ती (Haryana HSSC Clerk Recruitment) 2019 अभियान के माध्यम से क्लर्क पदों पर कुल 4798 उम्मीदवारों का चयन किया गया था. फाइनल रिजल्ट के अनुसार, जनरल कैटेगरी के 1820, एससी के 739, बीसीए के 522, बीसीबी के 335, ईडब्ल्यूएस के 373, ईएसएम जनरल के 336, ईएसएम एससी के 108, ईएसएम बीसीए के 108, ईएसएम बीसीबी के 125, ईएसपी जनरल के 76, ईएसपी एससी के 45, ईएसपी बीसीए के 50, ईएसपी बीसीबी के 25, ओएच के 44, एचएच के 39, वीएच के 34 और AUTISM कैटेगरी में 19 उम्मीदवार चयनित किए गए.
बता दें दि इससे पहले, 25 अप्रैल 2022 को हाई कोर्ट द्वारा CWP No. 15672-2021 'अमित कुमार बनाम हरियाणा सरकार एंड Ors (O&M) पर सुनवाई के बाद, आयोग ने OMR शीट के री-एवैल्यूएशन और डॉक्यूमेंट्स री-स्क्रूटनी की गई थी. इससे पहले क्लर्क रिजल्ट 03 सितंबर 2020, 22 अक्टूबर 2020 और 17 मई 2021 को घोषित किया गया था. स्क्रूटनी 21 मई से 06 जून 2022 तक आयोजित की गई थी.