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100+ स्टार्टअप्स, 320 करोड़ की फंडिंग... छात्रों को जॉब क्रिएटर बना रहा IIM काशीपुर

आईआईएम काशीपुर की इस अनूठी और सफल पहल ने 15 राष्ट्रीय कृषि-स्टार्टअप के लिए 5 करोड़ रुपये के 29 प्रयोजनपत्र को प्राप्त करने में मदद की है. एफआईईडी टीम ने 140 से अधिक स्टार्टअप्स को इनक्यूबेट किया है और इनमें से लगभग 40 से अधिक स्टार्टअप्स ने 3.2 बिलियन रुपये से अधिक की फंडिंग जुटाई है.

IIM काशीपुर उत्तिष्ठ 2023 के 7वें संस्करण - वार्षिक उद्यमिता शिखर सम्मेलन IIM काशीपुर उत्तिष्ठ 2023 के 7वें संस्करण - वार्षिक उद्यमिता शिखर सम्मेलन
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 01 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 6:35 PM IST

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM) काशीपुर ने अपने स्टूडेंट्स को जॉब क्रिएटर बनाने की ओर बड़ा कदम उठाया है. आईआईएम काशीपुर अपने स्टूडेंट्स को स्टार्टअप, न्यू वेंचर डेवलपेंट, ग्रामीण क्षेत्रों में छिपे रोजगार के विकास की संभावनाएं, पहाड़ों में रोजगार के अवसरों की खोज करने के साथ-साथ इन क्षेत्रों में कैसे आगे बढ़ाना है सिखा रहा है और पूरा सपोर्ट कर रहा है. इसी ओर एक पहल करते हुए आईआईएम काशीपुर एफआईईडी (फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट) ने देश में एक अनूठे, उत्तिष्ठ 2023 के 7वें संस्करण - वार्षिक उद्यमिता शिखर सम्मेलन का सफलता पूर्वक आयोजन किया. 

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15 राष्ट्रीय कृषि-स्टार्टअप के लिए 5 करोड़ रुपये
कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार और नाबार्ड द्वारा समर्थित इस पहल का उद्देश्य स्टार्टअप को उनके बड़े सपनों को साकार करने में सक्षम बनाकर उत्तराखंड के उद्यमी पारिस्थितिकी तंत्र में सामाजिक-आर्थिक मूल्य बढ़ाना है. आईआईएम काशीपुर की इस अनूठी और सफल पहल ने 15 राष्ट्रीय कृषि-स्टार्टअप के लिए 5 करोड़ रुपये के 29 प्रयोजनपत्र को प्राप्त करने में मदद की है. आईआईएम काशीपुर के उत्तिष्ठ 2023 ने भी अपने हितों का आदान-प्रदान करने के लिए 100 से अधिक स्टार्टअप और लगभग 20 निवेशकों की मेजबानी की. उत्तिष्ठ 2023 के अंतर्गत तीन दिवसीय कार्यक्रम में नेशनल बिजनेस प्लान पिचिंग प्रतियोगिता, इन्वेस्टर्स मीट, कृषि मेला और एंटरप्रेन्योर्स कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया.

40 से ज्यादा स्टार्टअप्स के लिए 320 करोड़ रुपये की फंडिंग
आईआईएम काशीपुर के निदेशक प्रोफेसर कुलभूषण बलूनी ने कहा, "आईआईएम काशीपुर का एफआईईडी प्लेटफॉर्म सही रूप से 'उत्तिष्ठ' के स्तर तक पहुंच गया है. हम राज्य और केंद्र सरकार के समर्थन से उद्यमशीलता को बढ़ावा देकर गृह राज्य में सामाजिक-आर्थिक बदलाव ला रहे हैं. एफआईईडी टीम ने 140 से अधिक स्टार्टअप्स को इनक्यूबेट किया है और इनमें से लगभग 40 से अधिक स्टार्टअप्स ने 3.2 बिलियन रुपये से अधिक की फंडिंग जुटाई है. इन स्टार्टअप्स ने 1200 से अधिक का प्रत्यक्ष रोजगार भी सृजित किया है और पांच लाख से अधिक किसानों को प्रभावित किया है. हमने उद्यमियों की सही प्रतिभा की पहचान की है और उन्हें सफलता की सीढ़ी चढ़ने में पूरा समर्थन प्रदान किया है.”

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कई स्टार्टअप के बेहतरीन बिजनेस आईडिया
'नेशनल बिजनेस प्लान पिचिंग' प्रतियोगिता के अंतर्गत, भारत भर से आए हुए कृषि स्टार्टअप्स के संस्थापकों ने भाग लिया और निवेशकों और उद्योग विशेषज्ञों के सामने अपने बिजनेस आईडिया प्रस्तुत किए. सभी स्टार्टअप प्रतिभागियों का उत्साह उल्लेखनीय था और प्रमुख हितधारकों के लिए पूरी प्रक्रिया बहुत रोमांचक थी. हिममधु, एआई-एमआरआई, माय पहाड़ी दुकान, द फिटब्रेड, फ्लार, विकल्प हर्बल्स, जीकॉमइंडिया, पहाड़ी हाट, सुपरफार्मर्स और कई अन्य ने शानदार बिजनेस पिचिंग किए, जिन्होंने निवेशकों और अन्य ज्यूरी सदस्यों को प्रभावित किया. पिनकैप, फिटसोल सप्लाई चैन , एचबीऍफ, जीइसऍफ एक्सेलरेटोर्स, ओम्नीवोर और अन्य निवेशक इन स्टार्टअप के बिज़नेस आईडिया और संस्थापकों द्वारा किए गए प्रयासों को देखकर हैरान थे.

किसानों की तीसरी पीढ़ी के यूनिक स्टार्टअप्स
एफआईईडी के निदेशक प्रो सफल बत्रा ने कहा, “उत्तिष्ठ के 7वें संस्करण ने कुछ महत्वपूर्ण निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ा कर बड़ी छलांग लगाई है. आईआईएम् काशीपुर एफआईईडी ने उत्तराखंड राज्य में इस तरह के मंच की मेजबानी करके राष्ट्रीय स्तर पर अपनी जगह बना ली है. हमने अपनी इनक्यूबेटर्स टीम को राज्य के बाहरी और दूर-दराज के स्थानों में भेज कर अद्वितीय व्यावसायिक विचारों वाले उद्यमियों की पहचान करते देखा है जो भारतीय व्यापार के भविष्य का प्रतिनिधित्व करेंगे. अब किसानों की तीसरी पीढ़ी फसल की खेती तक ही सीमित नहीं है बल्कि फूड प्रोसेसिंग और एग्री स्टार्टअप स्थापित करके व्यवसाय का विस्तार कर रही है. सही मानव संसाधन, ब्रांडिंग, निवेशक, बड़े बाजार, मूल्य और पैकेजिंग लाने के लिए सही मंच की सुविधा देकर, हम उन्हें मुख्य धारा के कारोबार से जोड़ रहे हैं.

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छोटे व्यवसायों को मिल रही मोटी फंडिंग
आईआईएम् काशीपुर एफआईईडी के इनक्यूबेटेड स्टार्टअप्स देश में सफलता की कहानियां बना रहे हैं. बीजक ने 34.1 मिलियन डॉलर, लूपवर्म ने 3.4 मिलियन डॉलर और ग्रीनपॉड लैब्स निवेशकों से 0.54 मिलियन डॉलर जुटाए है. पोल्ट्रीमोन, एनकोष, इन्फीयू लैब्स और कई अन्य ने भी योग्यता के आधार पर और अन्य पंजीकृत स्टार्टअप्स को रास्ता दिखाते हुए फंडिंग जुटाई है.

नाबार्ड के महाप्रबंधक सुनील कौशिक ने एग्री मेला (स्टार्टअप एक्सपो) का उद्घाटन करते हुए कहा, “मैं आईआईएम काशीपुर एफआईईडी को एंटरप्रेन्योर के जज़्बे को बल प्रदान करने के प्रयासों के लिए बधाई देता हूं. कृषि में उद्यमिता निश्चित रूप से देश के आर्थिक विकास के लिए आदर्श बदलाव ला सकती है. नाबार्ड स्टार्टअप्स की मार्केटिंग और ब्रांडिंग के लिए समर्थन करता और उन्हें प्रेरित करने के लिए प्रतिबद्ध है.” साथ ही, प्रभात कुमार, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय; और केवीएस कंपनियों के एमडी देवेंद्र अग्रवाल ने एक्सपो - एग्री मेला के दौरान स्टार्टअप्स द्वारा दिखाए गए उत्साह के प्रति आभार व्यक्त किया.

गोबर से लेकर बांस तक, ये हैं इनोवेटिव बिजनेस स्टार्टअप्स
कई इनोवेटिव बिजनेस ने एक्सपो में आने वालों के मन पर प्रभाव डाला. विभिन्न स्टार्टअप्स ने शानदार व्यावसायिक विचार प्रस्तुत किए, जैसे कि बांस के फाइबर से बने कपड़ों की रेंज, गाय के गोबर से बने इंटीरियर डिजाइन के सामान, बांस से बनी क्रॉकरी रेंज, लकड़ी के कचरे से बने खिलौनों की एक श्रृंखला, कृषि क्षेत्रों में कीटनाशक छिड़काव के लिए एक ड्रोन, शहद के कोटिंग वाले सूखे मेवे, जैविक खाद, स्वास्थ्य उत्पाद, हस्तशिल्प और हाथ से बुने हुए सामान, साथ ही कृषि उपज से बनी इम्युनिटी बूस्टर, रीसाइकल्ड फूलों से बनी अगरबत्ती.

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